पटना 30 जून,जन अधिकार पार्टी (जाप) के राष्ट्रीय संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने बिहार में हुए इंटरमीडियेट की परीक्षा में टॉपर्स फर्जीवाड़ा की केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की । श्री यादव ने जाप की प्रदेश कार्यकारिणी सह जिला अध्यक्षों की बैठक के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि टॉपर्स फर्जीवाड़ा में सत्ता पक्ष से जुड़े कई राजनेता शामिल हैं , इसलिए इस मामले की विशेष जांच दल (एसआईटी ) से करायी जा रही जांच से सच्चाई का पता नहीं चल सकेगा । जांच के नाम पर सिर्फ लीपापोती और सत्ता पक्ष से जुड़े नेताओं को बचाने का प्रयास किया जा रहा है । सांसद ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह की पत्नी और पूर्व विधायक प्रो.उषा सिन्हा को मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने ही टिकट दिया था । उन्होंने कहा कि अभी तक इस मामले की ठीक ढंग से जांच नहीं हो पा रही है , इसिलिए इस पूरे प्रकरण की सीबीआई से जांच करायी जानी चाहिए ।
श्री यादव ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में पिछले 25 वर्षों से बिहार में फर्जीवाड़ा का खेल चल रहा है । बगैर सत्ता संरक्षण के इतना बड़ा फर्जीवाड़ा किसी भी हाल में संभव नहीं हो सकता । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे मुख्यमंत्री श्री कुमार के कार्यकाल में बिहार हर क्षेत्र में पीछे चला गया है । सांसद ने कहा कि महागठबंधन की सरकार के कार्यकाल में प्रदेश एक बार फिर से महा जंगल राज की ओर बढ़ चला है । राज्य में आये दिन बलात्कार, लूट और हत्या की घटनाएं प्रतिवेदित हो रही है । उन्होंने कहा कि मोतिहारी में एक युवती के साथ बलात्कार की घटना हुयी और इस मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है । श्री यादव ने कहा कि पटना के कला एवं शिल्प महाविद्यालय के छात्र प्राचार्य को हटाने तथा परिसर में शैक्षणिक माहौल बनाये रखने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से आंदोलन पर हैं , लेकिन अभी तक सरकार की ओर से इस दिशा में कोई भी कारगर कदम नहीं उठाया गया है । उन्होंने कहा कि कला एवं शिल्प महाविद्यालय के प्राचार्य पर छात्राओं ने कई गंभीर आरोप लगाये हैं , लेकिन उन्हें अबतक हटाया नहीं गया है।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें