बापू के विचारों से प्रेरणा लेने की जरूरत : नीतीश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


सोमवार, 15 अगस्त 2016

बापू के विचारों से प्रेरणा लेने की जरूरत : नीतीश

need-to-take-the-ideas-of-gandhi-nitish
पटना, 14 अगस्त, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वतंत्रता संग्राम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की भूमिका को याद करते हुए आज कहा कि बापू के विचार आज भी प्रासंगिक हैं और उनके विचारों से प्रेरणा लेने की जरूरत है। श्री कुमार राजधानी पटना के गांधी संग्रहालय में चम्पारण सत्याग्रह के सौ वर्ष पूरे होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बापू को जो कोई भी जानता है, उनके प्रति अपार श्रद्धा का भाव रखता है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पंजाब और बंगाल की स्थिति चिन्ताजनक थी। गांधी जी ने इसे चुनौती के रूप में स्वीकार किया और बंगाल में जाकर स्थिति को खुद संभाला। हिंसक तेवर अख्तियार किये लोगों को जैसे ही बापू ने संबोधित किया उनलोगों ने हथियार डाल दिये। गांधी जी ने देश विभाजन के दौरान जिस तरह साम्प्रदायिक सद्भाव स्थापित किया, वह ऐतिहासिक घटना थी । मुख्यमंत्री ने राज्य में लागू शराबबंदी की चर्चा करते हुए कहा कि शराबबंदी से बहुत बड़ी जनचेतना जगी है और इसका असर अगल-बगल सब जगह पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी का न किसी पार्टी और न ही किसी धर्म से संबंध है। शराबबंदी से समाज के हर तबके में प्रसन्नता है। अबतक जितने समाज सुधारक हुये हैं, सब के सब शराबबंदी के पक्षधर थे। शराबबंदी बहुत ही गंभीर बात है, इससे समाज में जो सुधार आयेगा, वह लाखों करोड़ों परिवार के जीवन स्तर में सुधार लायेगा।

कोई टिप्पणी नहीं: