सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 01 अगस्त) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 1 अगस्त 2016

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 01 अगस्त)

खरीफ फसल¨ं में खरपतवार एवं कीट नियंत्रण हेतु किसान¨ं क¨ कृषि विभाग ने दी सलाह

फसल की स्थिति क¨ ध्यान में रखते हुए कृषि विभाग द्वारा किसान¨ं क¨ खरीफ फसल¨ं में खरपतवार एवं कीट नियंत्रण हेतु ध्यान देने य¨ग्य सलाह दी गई है। किसान स¨याबीन की फसल 15 से 20 दिन की ह¨ने पर खरपतवार नियंत्रण आवश्यक रूप से करें। खरपतवार नियंत्रण के लिए अन्य विधिय¨ं (हाथ से निंदाई-ड¨रा-कुल्पा) या ब¨वनी के पश्चात् खडी फसल में उपय¨गी खरपतवार नाशक ( इमाझेथापीर - क्विझाल¨फाॅपइथाइल - क्विझाल¨फाॅप - पी-टेफूरील - फिन¨क्सीप्राॅप - पी-इथाइल 1 ली. प्रति हेक्टेयर या क्लेरीमुरान इथाइल दर 36 ग्रा. प्रति हेक्टेयर) रसायन¨ं का छिडकाव कर खरपतवार नियंत्रण आवश्यक रूप से करें। अधिक वर्षा ह¨ने एवं खेत में अधिक समय तक पानी जमा रहने के कारण स¨याबीन के खेत¨ं में गर्दनी सडन र¨कने की कृषक¨ं क¨ सलाह दी गई है कि खेत¨ं से अतिरिक्त पानी के निकासी की व्यवस्था करें साथ ही हस्तचलित ड¨रा चलाएं एवं कार्बेन्डाजिम (1 ग्रा. प्रति लीटर पानी की दर से) प©ध¨ं की जड¨़ के पास न¨जल रहित स्प्रेयर की सहायता से उपय¨ग (ड्रेन्चिंग) करने की सलाह दी गई है।


डेंगू के लार्वा सर्वे हेतु विषेष दल का गठन

सीहोर में डेंगू के लार्वा सर्वे के लिए मलेरिया निरीक्षकों की निगरानी में तीन अलग-अलग विषेष दल बनाकर सभी ए.एन.एम.तथा आषा कार्यकर्ताओं की ड्यूटी समस्त 35 वार्डों में लगाई गई है। स्वास्थ्य विभाग के अमले द्वारा घर-घर जाकर डेंगू के संबंध में आम लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इस संबंध में नागरिकों को जागरूक किया जा रहा है कि वे पानी को ढंक कर रखें तथा 2-3 दिन में टंकियों का जमा पानी अवष्य खाली कराएं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.आर.के.गुप्ता ने बताया कि डेंगू की रोकथाम और लार्वा सर्वे के संबंध में सभी जरूरी दिषा निर्देष जिला मलेरिया अधिकारी को दिए गए हैं। जिला मलेरिया अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार सीहोर शहरी क्षेत्र के सभी 35 वार्डों में लार्वा सर्वे के लिए मलेरिया निरीक्षक हेमील्टन माईकल, श्री संतोष नायर तथा सेवा निवृत्त एमआई श्री एम.पी.सोनी की निगरानी में 3 अलग-अलग दलों का गठन किया गया है। इन दलोें मंे सीहोर शहर में पदस्थ समस्त ए.एन.एम.,आषा कार्यकर्ताओं का जनजागरूकता और लार्वा सर्वे के लिए शामिल किया गया है। इस कार्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सहायता भी ली जा रही है। आम लोगों को घर-घर जाकर समझाईष दी जा रही है कि दैनिक उपयोग सहित पीने के पानी को अच्छी तरह ढंक कर रखें। डीएमओ ने कहा कि डेंगू के संबंध में लोगों को डरने की जरूरत नहीं है बल्कि उन्हें जागरूक होने की आवष्यकता है। जिला मलेरिया अधिकारी के अनुसार सर्वे दल द्वारा जागरूकता एवं सावधानी वाले पाम्पलेट भी वितरित किए जा रहे हैं तथा शीघ्र ही एनसीसी व नुक्कड़ नाटक दलों के माध्यम से भी आम लोगों को डेंगू के उपचार एवं बचाव के संबंध मंे और अधिक जागरूक किया जाएगा। 

सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 7 अगस्त को

संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा    7 अगस्त,16 को होगी। परीक्षा दो चरणों में प्रातः 9.15 और दोपहर 2.15 से आयोजित की जायेंगी। परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा प्रारंभ होने से 20 मिनट पूर्व से प्रवेश दिया जायेगा। परीक्षा केन्द्रों पर सभी प्रकार के इलेक्ट्रोनिक डिवाइस जैसे मोबाइल, ब्लूटूथ, पेन ड्राईव, इलेक्ट्रीकल कैलकुलेटर, बैग, लंच बॉक्स, पान, बीड़ी, सिगरेट, गुटखा पाउच, माचिस, लाइटर ले जाने की अनुमति नहीं होगी। यहाँ तक कि परीक्षा केन्द्रों में निरीक्षकों द्वारा भी मोबाइल का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। घड़ी में फिट होने वाले छोटे कैमरों की संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए परीक्षार्थियों को घडी पहनकर प्रवेश भी वर्जित रहेगा। परीक्षार्थी को परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा शुरू होने के 10 मिनट बाद यानि कि 9.40 बजे तक और दोपहर में 2.40 बजे तक ही प्रवेश दिया जा सकेगा। परीक्षार्थी परीक्षा समाप्त होने के बाद ही अपने कक्ष से बाहर जा सकेंगे। परीक्षा शुरू होने के 30 मिनट बाद तक उन्हें लघुशंका आदि के लिये जाने की अनुमति नहीं होगी। 

मांॅ का दूध अमृत समान हैःडाॅ.गुप्ता
  • स्तनपान के संबंध मंे माताओं को किया जागरूक
  • जिले में 01 से 07 अगस्त तक संचालित होगा स्तनपान सप्ताह

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आज से विष्व स्तनपान सप्ताह का शुभारंभ हो चुका है विष्व स्तनपान सप्ताह 1 से 7 अगस्त तक सभी ग्राम आरोग्य केन्द्र तक संचालित किया जाएगा जहां स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न गतिविधियां 7 अगस्त तक संचालित की जाएगी। जिला मुख्यालय सहित समस्त ब्लाॅक मुख्यालयों एवं जनजागरूकता रैली के माध्यम से स्तनपान सप्ताह की शुरूआत की गई। ए.एन.एम.प्रषिक्षण केन्द्र से स्तनपान के संदेषों को लेकर एक जनजागरूकता रैली का आयोजन किया गया रैली शहर के प्रमुख मार्गो से होते हुए जिला चिकित्सालय पहंुची जहां गर्भवती माताओं तथा प्रसूताओं एवं उनके परिजनों को बच्चे के जन्म से 01 घंटे के भीतर स्तनपान कराए जाने तथा मां का पीला पहला दूध अवष्यक पिलाने की सलाह दी गई। विष्व स्तनपान दिवस पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्यष् अधिकारी डाॅ.आर.के.गुप्ता ने कहा कि मां का दूध अमृत समान है। प्रसवोउपरांत मां को उतरने वाला पहला गाढ़ा एवं पीला दूध षिषु को रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करता है। बच्चे का पहला एवं संपूर्ण आहार मां का दूध ही है। मां के स्तनों से उतरने वाले दूध में षिषु की आवष्यकता अनुसार पर्याप्त पानी होता है। 

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