नयी दिल्ली 13 अगस्त, चीन ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह(एनएसजी) में भारत की सदस्यता को लेकर अपने ऐतराज में नरमी लाने का संकेत देते हुए इस मुद्दे पर दोनों देशों के परमाणु निरस्त्रीकरण महानिदेशकाें के बीच विचार विमर्श शुरू करने पर आज सहमति दी। भारत ने चीन को पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित करने के प्रस्ताव पर उसकी बाधा को लेकर अपनी चिंताओं से भी अवगत कराया। आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ यहां द्विपक्षीय बैठक में एनएसजी के मुद्दे पर लंबी बातचीत हुई। श्रीमती स्वराज ने श्री वांग से कहा कि वह एनसीजी में भारत की सदस्यता के संबंध में चीन की ओर से उठाये जाने वाले सभी तकनीकी मुद्दों पर बातचीत के लिए तैयार हैं और इस पर दोनों देश सहमत हुए कि दोनों देशों के परमाणु निरस्त्रीकरण मामलों के महानिदेशक जल्द ही इस पर विचार विमर्श के लिये मिलेंगे। सूत्रों के अनुसार विदेश मंत्री ने साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद 1267 समिति द्वारा मसूद अजहर को आतंकवादी घोषित करने में चीन द्वारा तकनीकी आधार का हवाला देते हुए बाधा डालने का मसला भी उठाया और कहा कि यह आतंकवाद के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस ’रखने की चीन की नीति के खिलाफ है ।
शनिवार, 13 अगस्त 2016
चीन के समक्ष सुषमा ने उठाया एनएसजी, मसूद अजहर का मुद्दा
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