इटावा, 31 जनवरी, समाजवादी पार्टी (सपा) संरक्षक मुलायम सिंह यादव द्वारा पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार नहीं करने का कल एलान करने के बाद आज उनके अनुज शिवपाल सिंह यादव ने राज्य विधानसभा चुनाव के बाद नयी पार्टी बनाने की घोषणा कर दी। श्री शिवपाल सिंह यादव ने जसवन्तनगर सीट से सपा उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद कहा,“ मैं 11 मार्च के बाद नई पार्टी बनाऊंगा। मुझे कमजोर करने के लिए ‘नेताजी’ के लोगों का टिकट काटा गया। मेरा कद जान बूझकर छोटा किया गया।” इससे पहले पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव के पुत्र आदित्य यादव को जसवन्तनगर से प्रत्याशी बनाया था लेकिन बाद में उन्हें ही उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। आदित्य यादव कहीं से चुनाव नहीं लड रहे हैं। उन्होंने कहा कि सपा से टिकट नहीं मिलने की स्थिति में वह निर्दलीय चुनाव लडते। हमें कमजोर करने के लिए जन्मजात समाजवादियों के भी टिकट काटने से गुरेज नहीं किया गया। सपा के स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल नहीं किये जाने के बावजूद उन्होंने कहा कि 19 फरवरी के बाद सच्चे समाजवादियों के पक्ष में प्रचार करने का एलान किया लेकिन अपने भतीजे अखिलेश यादव के पक्ष में प्रचार करने से इंकार किया।
श्री यादव ने कहा,“ मेरी गलती हो तो मुझे माफ करना, मेरे ऊपर पहले की तरह मेहरबानी बनाये रखना। मैं सदैव आपका रहूंगा।” उन्होंने कहा कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का अपमान किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं करूंगा। मरते दम तक नेताजी के साथ रहूंगा। नेता जी का हर आदेश मानूंगा। उन्होंने सभा में मौजूद लोगों से कहा कि गांव गांव जाना मेरी आवाज बन जाना। गौरतलब है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने पैतृक जिले की दो सीटों इटावा सदर से रघुराज सिंह शाक्य और भरथना की विधायक रमादेवी वर्मा का टिकट काट दिया। दोनो ही शिवपाल के समर्थक माने जाते हैं। श्री शाक्य ने अपने समर्थकों के साथ सपा से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन उन्होंने चुनाव में शिवपाल के समर्थन का एलान किया है। इससे पहले शिवपाल के दो समर्थक विधायक अम्बिका चौधरी और नारद राय बहुजन समाज पार्टी(बसपा) में शामिल होकर बलिया के फेफना और बलिया सदर सीट से चुनाव लड रहे हैं।
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