कैराना में पलायन बनेगा मुद्दा,सपा भाजपा में होगी कडी टक्कर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 31 जनवरी 2017

कैराना में पलायन बनेगा मुद्दा,सपा भाजपा में होगी कडी टक्कर

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शामली, 31 जनवरी, पलायन की वजह से देश और विदेश में चर्चाओं में रहे शामली जिले की कैराना विधानसभा सीट पर इस बार चुनाव में सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच कडा मुकाबला होने की संभावना है। राजनीतिक विश्लेषकों की नजर भी कैराना सीट पर गड़ी है। भाजपा ने कैराना सीट से सांसद हुकुम सिंह की पुत्री मृगांका सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि सपा ने पूर्व सांसद मरहूम मुनव्वर हसन के पुत्र एवं वर्तमान सपा विधायक नाहिद हसन पर फिर से भरोसा जताते हुए टिकट दिया है। इनके अलावा राष्ट्रीय लोक दल(रालोद) ने भी हुकुम सिंह के परिवार के अनिल चौहान को चुनाव लड़ने का मौका दिया है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने दिवाकर कश्यप को कैराना सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। भले ही इस सीट पर सभी दलों के प्रत्याशी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं लेकिन मुख्य रुप से सपा और भाजपा के बीच ही मुकाबला देखा जा रहा है। इस सीट पर इसके पहले भाजपा, बसपा और सपा के बीच मुकाबला रहा और वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के हुकुम सिंह और बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी पूर्व सांसद मरहूम मुनव्वर हसन के भाई हाजी अनवर हसन के बीच था। उस मुकाबले में मात्र 16 हजार मतों से हुकुम सिंह को विजयी रहे थे । उस समय हुकुम सिंह को करीब 80 हजार वोट मिले थे जबकि दूसरे स्थान पर रहे बसपा के हाजी अनवर हसन को करीब 64 हजार वोट मिले थे। इस सीट पर सपा प्रत्याशी अयूब जंग को करीब 20 हजार वोट ही मिले थे। 

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा विधायक हुकुम सिंह को कैराना लोक सभा से टिकट दिया था। समाजवादी पार्टी ने नाहिद हसन को टिकट दिया था और बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी के रूप में नाहिद हसन के चाचा कंवर हसन ने चुनाव लड़ा था। रालोद और कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी खतौली से विधायक करतार सिंह भड़ाना ने चुनाव लड़ा था। लोकसभा चुनाव में हुकुम सिंह को मोदी लहर के चलते करीब साढ़े पांच लाख वोट मिले थे और दूसरे स्थान पर रहे नाहिद हसन को तीन लाख 25 हजार वोट मिले थे। बसपा के कंवर हसन को एक लाख 20 हजार, रालोद-कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी करतार सिंह भड़ाना को मात्र 42 हजार मत मिले थे। इस चुनाव में दो लाख 36 हजार वोटों से हुकुम सिंह को विजय प्राप्त हुई थी। हुकुम सिंह के सांसद चुने जाने पर कैराना विधानसभा सीट के लिए हुए उप चुनाव में भाजपा ने श्री सिंह के भतीजे अनिल चौहान को टिकट दिया लेकिन वह सपा प्रत्याशी नाहिद हसन से चुनाव हार गये थे और इस बार अनिल चौहान भाजपा छोड रालोद के टिकट पर इस सीट से अपना भाग्य आजमा रहे हैं। देश भर में सुर्खियों में रहे कैराना विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने नाहिद हसन के समर्थन में पूरी ताकत झोंक दी थी और नाहिद हसन को 83 हजार वोट मिले और भाजपा से कैराना सीट छीनकर कब्जा किया था। दूसरे स्थान पर रहे भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अनिल चौहान को करीब 82 हजार वोट मिले थे। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए प्रथम चरण का मतदान शामली समेत 15 जिलों में 11 फरवरी को होगा। 




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