अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव एक मार्च से ऋषिकेश में - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 28 फ़रवरी 2017

अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव एक मार्च से ऋषिकेश में


हरिद्वार 28 फरवरी, उत्तराखंड के ऋषिकेश में परमार्थ निकेतन, केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय, उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड और गढ़वाल मण्डल विकास निगम द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित 29वें वार्षिक अन्तरराष्ट्रीय योग महोत्सव कल से शुरू हो रहा है।इसमें भाग लेने के लिये प्रतिभागी, योग जिज्ञासु और देसी-विदेशी योग विद्यार्थी परमार्थ निकेतन में पहुंच रहे हैं। इस विश्व विख्यात कार्यक्रम की मेजबानी परमार्थ निकेतन सन 1999 से निरन्तर करता आ रहा है। इस महोत्सव में विश्व के 20 विभिन्न देशों के 70 से अधिक संत और योगाचार्य भी शामिल हो रहे हैं। इस बार इसमें शामिल होने के लिये विश्व के लगभग 100 देशों के 1200 से अधिक प्रतिभागी भी भाग ले रहे हैैं। इस बार महोत्सव की विशिष्टता यह है कि दो मार्च को दोपहर बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विडियो कान्फ्रेन्स के माध्यम से प्रतिभागियाें को सम्बोधित करेंगे। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने महोत्सव में सभी का अभिनंदन करते हुये कहा कि आप सभी इस योग महापर्व में ध्यान और योग की उच्चस्तरीय विधाओं के साथ आत्मिक तथा आध्यात्मिक उन्नति के शिखर को प्राप्त कर पायेंगे। योग हमें स्वस्थ तन और प्रफुल्लित मन के साथ विश्व एक परिवार है का मूल मंत्र सिखाता है। इस महोत्सव की निदेशक साध्वी भगवती सरस्वती जी ने कहा, “योग आपके लिये क्षण मात्र का अनुभव नहीं होता अपितु चारों पहर की अनुभूति हो जाता है।” 



चीन से आयी डिफांग लिन झाऊ ने कहा, “इतने सारे लोग एक ही उद्देश्य के लिये यहाँ पर एकत्रित हुये है इसलिए हमारे लिये यह आन्दोत्सव का क्षण है।” ईरान से आयी शर्मिनेह ने कहा, “पूर्व में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का विडियो देखकर मैं उत्साह से भरी हुयी थी। यहाँ आकर मैं अब आनन्द से विभोर हूँ।” कनाडा की ऐन मैरी ने कहा, “ऋषिकेश मेरे हृदय में बसता है; यहाँ पर दूसरी बार आकर मैं बेहद खुश हूं।” योगागुरू डाॅ आण्ड्रिया पेज ने कहा, “यह महोत्सव प्राचीन भारतीय आदर्शो और पश्चिमी विकासवादी प्रयोगों का उत्कृष्ट संगम है। मेरे द्वारा कराये गये योग अभ्यासों का सम्बन्ध योगियो के गहन निरिक्षण से है तथा उनके योग अभ्यासों के विस्तार के लिये यौगिक विधा प्रदान करना मेरा उद्देश्य है। हम यहाँ पर योग के भविष्य की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं।” अमेरिका से आयी लौरा प्लम्ब के कहा, “अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव धरती पर स्वर्ग का अवतरण है। यहाँ पर दुनिया के हर कोने से प्रतिभागी आकर योग परिवार में सम्मिलित होते है। हम एक दूसरे से जुड़े होते हैं; मानो हम एक ही माँ की सन्तान हैं। इसी एकत्व की भावना के साथ अपना उद्धार, औरो की सेवा एवं पारस्परिक प्रेम की प्रगाढ़ता के लिये स्वयं को ऊचां उठाने की कला सीखते हैं।”

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