- ट्रेन यात्रियों को अत्याधुनिक पैकेजिंग में हाइजीनिक बेबी मिल्क उपलब्ध कराया जायेगा
भारत,16 फरवरी 2017: रेलयात्री एक ट्रेन ट्रैवेल मार्केटप्लेस, ने ट्रेन यात्रियों के लिये हाल ही में मिल्क डिलीवरी सेवा शुरू की है। भारत में पहली बार गर्म दूध को विशेष रूप से डिजाइन स्पिल-प्रूफ थर्मो पैकेजेज में डिलीवर किया जायेगा। शिशुओं के लिये यह दूध रेलयात्री ऐप्प के जरिये आसानी से आॅर्डर किया जा सकता है और इसे निर्धारित स्टेशनों पर डिलीवर किया जायेगा। रेलयात्री विश्लेषण से पता चला है कि 80 प्रतिशत से अधिक घटनाओं में ट्रेन यात्रियों को बेबी फूड या दूध उपलब्ध कराने के लिये तैयार नहीं होते हैं। हाइजीनिक नजरिये से भी यह बेहद परेशानी भरा सबब होता है। ट्रेनों में देरी और अनिश्चिततायें एक रेल सफर से संबंधित सामान्य समस्या है और इससे यात्रियों को बड़ी मुश्किल हो सकती है। मनीष राठी, सीईओ और सह-संस्थापक, रेलयात्री ने कहा, ‘‘किसी छोटे बच्चे के साथ सफर करने के दौरान रेलयात्रा कुछ परेशानी भरी हो सकती है। हमारा प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी मां को अपने शिशु को भूख से बिलखते हुये न देखना पड़े। इस तरह की आपात स्थितियों को ध्यान में रखते हुये हम अब शिशुओं के लिये गर्म दूध की डिलीवरी शुरू करने जा रहे हैं। यह दूध हाइजीनिक, स्पिल-प्रूफ पैकेजिंग में डिलीवर किया जायेगा। हम पहले से ही पूरे परिवार के लिये भोजन परोस रहे हैं, ऐसे में हमें छोटे शिशुओं पर भी ध्यान देना चाहिये।‘‘ श्री राठी ने आगे कहा, ‘‘माता-पिता आमतौर पर अपने बच्चों के लिये बेबी फूड और दूध साथ में लेकर चलते हैं। लेकिन ट्रेन में देरी या किसी अन्य आपातकालीन हालातों अथवा बेबी फूड साथ में रखना भूल जाने की स्थिति में अब आपको अपने बच्चे के लिये दूध की चिंता करने की जरूरत नहीं है। हमने सर्वश्रेष्ठ स्थिति में दूध डिलीवर करने पर खास तौर से ध्यान दिया है और इसके हाइजीन एवं क्वालिटी पैकेजिंग पर विशेष रूप से जोर दे रहे हैं।‘‘
श्रीमती गायत्री चैधरी, अवध एक्सप्रेस से पुरानी दिल्ली से गोरखपुर की यात्रा करने वाली एक यात्री ने एक परेशानी भरा अनुभव साझा करते हुये बताया, ‘‘मैंने सफर शुरू करने से पहले अपने बच्चे के लिये पर्याप्त मात्रा में पैक्ड बेबी मिल्क और फूड साथ में रखा था। ट्रेन के हरदोई पहुंचने से पहले तक सबकुछ ठीक चल रहा था। लेकिन तभी ट्रेन बीच रास्ते में कहीं पर रूक गई और हमें पता चला कि आगे सिंगल की कोई बड़ी समस्या हो गई है। हम 9 घंटे तक वहीं पर खड़े रहे। मेरे पति ने ट्रेन की पैंट्री से मदद लेने की कोशिश की, लेकिन उनके पास भी दूध खत्म हो चुका था। वह हर स्टेशन पर ट्रेन रूकने के बाद बेबी फूड के लिये भटक रहे थे। कई असफल प्रयासों के बाद उन्हें स्टेशन पर एक चाय की दुकान पर थोड़ा दूध मिला। इस दौरान मैं पूरे समय भूख से छटपटा रही अपनी 10 माह की बेटी को चुप कराने का प्रयास कर रही थी। मैं उस समय खुद को बेहद असहाय महसूस कर रही थी और यह बुरा अनुभव मैं कभी नहीं भूल सकती हूं।‘‘ दूध आॅर्डर करना अब सिर्फ कुछ टैप्स की दूरी पर है। आप रेलयात्री के एप्प के जरिये किसी भी समय और कहीं से भी आॅर्डर कर सकते है। दूध के लिये आॅर्डर किये जाने के बाद इस दूध को ट्रेन में आपकी सीट तक पहुंचाया जाता है। यह दूध लेने के लिये आपको स्टेशन पर उतरने की जरूरत नहीं है।
विभिन्न भुगतान विकल्पों के साथ आप अपने चहेतों और करीबियों के लिये दूध आॅर्डर कर सकते हैं, जो आपके बिना यात्रा कर रहे हैं। ट्रेन में सफर के दौरान अपने बच्चे के लिये गरमागरम दूध पाना अब आसान हो गया है। इससे यात्रा कर रहे लोगों का रेल का सफर और आसान हो जायेगा और यही रेलयात्री का निरंतर प्रयास रहा है।

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