‘एक थी रानी ऐसी भी’ की स्पेशल स्क्रीनिंग - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 19 अप्रैल 2017

‘एक थी रानी ऐसी भी’ की स्पेशल स्क्रीनिंग

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‘राजपथ से लोकपथ पर’ नामक किताब पर आधारित फिल्म ‘एक थी रानी ऐसी भी’ की स्पेशल स्क्रीनिंग राजमाता विजयाराजे सिंधिया स्मृति न्यास व मिलकर ज़ी क्लासिक ने आयोजित की। यह फिल्म इस दिग्गज नेता के जीवन से जुड़ी वास्तविक घटनाओं की झलक प्रस्तुत करती है। इसमें उनकी जीवनशैली, उनका संघर्ष, जीत और हार, उनके विचार और आज के समय में इसके महत्व को दर्शाया गया है। महानायक अमिताभ बच्चन भी इस फिल्म के थिएट्रिकल ट्रेलर को मुंबई में लॉन्च कर चुके हैं। ‘एक थी रानी ऐसी भी’ 21 अप्रैल में रिलीज होगी। इस अवसर पर गोवा की माननीय राज्यपाल श्रीमती मृदुला सिन्हा, माननीय श्री लालकृष्ण आडवाणी, राजस्थान की माननीय मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया, हरियाणा के माननीय राज्यपाल श्री कप्तान सिंह सोलंकी, कैबिनेट मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया और उनकी बहन श्रीमती उषा राजे सिंधिया उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में खूबसूरत हेमा मालिनी, सचिन खेड़ेकर, राजेश श्रृंगारपुरे समेत फिल्म के सभी कलाकार और निर्देशक गुल बहार सिंह मौजूद थे। 20वीं सदी के आधुनिक भारत के इतिहास को आजादी से पहले और बाद के दौर में बांटा जा सकता है। बहुत कम राजनीतिक हस्तियां ऐसी हैं जिनकी जिंदगी इन दोनों दौर की चश्मदीद रहीं। ऐसी ही एक हस्ती हैं राजमाता विजयाराजे सिंधिया जो देश की आजादी से पहले आम आदमी के सपनों से पे्ररित थीं और आजादी मिलने के बाद जनता की नाउम्मीदी से प्रभावित र्हुइं। इससे उनके अंतर्मन पर गहरा असर पड़ा और फिर एक साधारण सी लड़की एक महान नेता में तब्दील हो गई। गोवा की राज्यपाल श्रीमती मृदुला सिन्हा ने कहा, ‘‘यह मेरी खुशकिस्मती है कि मुझे राजमाता सिंधिया ने अपनी आत्मकथा हिन्दी में लिखने का अवसर दिया। यह आत्मकथा पहले अंग्रेजी और मराठी में प्रकाशित हो चुकी है लेकिन हिन्दी में उनके आगे के जीवन के कुछ और अध्याय जोड़े गए हैं। मुझे लगता है कि उनके जीवन का संघर्ष और उनकी उपलब्धियां देश की युवा पीढ़ी को राष्टकृ हित में जीवन जीने के लिए प्रेरित करेगी। मैं यह कहना चाहूंगी कि यह बायोपिक फिल्म इस महान नेता को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्हें हर पार्टी के लोगों ने सराहा और वे हमेशा सच्चाई के लिए लड़ीं। इस अभियान को सफल बनाने के लिए मैं बहुत से लोगों और संस्थानों की आभारी हूं।’’

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