आन्दोलन के समर्थन में प्रधनमंत्राी एवं कृषि मंत्राी का पुतला पफुका। शीघ्र ठोस पहल नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
पटनाः- आॅल इण्डिया स्टूडेन्ट्स पफेडरेशन के बैनर तले आज छात्रों का गुस्सा पफूट पड़ा। आक्रोशित छात्रों ने दिल्ली के अंदर तमिलनाडु के किसानों के आन्दोलन के दरमियान भयावह स्थिति पर रोष जाहिर करते हुए प्रधनमंत्राी नरेन्द्र मोदी एवं कृषि मंत्राी राध मोहन सिंह का पुतला पफुका। इस दौरान तमिलनाडु के किसानों की उपेक्षा बंद करो, तमिलनाडु के किसानो की भयावह स्थिति पर शर्म करों, अन्नदाता मूत्रा पीने एवं मल खाने को विवश क्यों? लम्बे दिनों से चल रहे आन्दोलन पर चुप्पी तोड़ो, चम्पारण में किसान एवं मजदूर आत्म हत्या को विवश क्यो? जबाब दो आदि रोषपूर्ण नारे लगाये।
पुतला दहन के बाद पटना विश्वविद्यालय मुख्य द्वार पर ही छात्रों की सभा हुई। सभा को सम्बोध्ति करते हुए ए.आई.एस.एपफ. के राज्य सचिव सुशील कुमार ने कहा अन्नदाता महिनों से आन्दोलन पर है और अपना ही मूत्रा स्वयं पी रहे है। मल खाने की चेतावनी दे रहे। मोद सरकार पर कोई असर नहीं पर रहा है। मोदी सरकार माल्या जैसे भगोरे व्यक्ति सहित देश के थैलीसाहों के सात हजार करोड़ मापफ कर सकती है। लेकिन किसानों के कर्ज मापफी पर वेशर्म चप्पी साध्े हुए है। मौके पर मौजूद ए.आई.एस.एपफ. राज्य कार्यकारणी सदस्य महेश कुमार ने कहा कि जब से वर्तमाण केन्द्र सरकार सत्ता में आई है इसने छात्रों को निशाना बनाया। शिक्षा वजट में भाारी कटौती के बाद किसानों एवं जवानों की घोड़ उपेक्षा की है। तमिलनाडु में पिछले 150 वर्षो में पहली बार इतना भीषण सूखा पड़ा है इसकी भयानकता का अंदाजा किसानों के चल रहे आंदोलन से लगाया जा सकता है। सभा की अध्यक्षता करते हुए ए.आई.एस.एपफ. के अध्यक्ष राकेश प्रसाद ने कहा कि केन्द्रीय कृषि मंत्राी के जिले चम्पारण में गन्ना किसान एवं मजदूर आत्म हत्या को विवश होते है लेकिन कोई ऐसा ठोस पहल कदमी सरकार ने नहीं की है। शीघ्र अगर कोई ठोस पहल नहीं होती है तो छात्रा उग्र आन्दोलन का रास्ता अख्तियार करेगें। मौके पर जिला सह-सचिव राजीव किशोर, जिला कार्यकारिणी सदस्य अपफरोज आलम, दिनेश कुमार, आदित्य कुमार, शपफदर ईरसाद, मोú सैपफ, मुकेश कुमार, सुमन कुमार सहित दर्जनों छात्रा मौजूद थे।
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