पाम बीच, फ्ला,08 अप्रैल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर अंकुश लगाने और अमेरिका तथा चीन के बीच बढ़ते व्यापार घाटे को कम करने की दिशा में कदम उठाने को कहा है। पहले यह माना जा रहा था कि सीरिया पर अमेरिकी मिसाइल हमले की घटना का असर इस बातचीत पर पड़ सकता है लेकिन दोनाें नेताआें ने काफी सकारात्मक माहौल में बातचीत की और उनके बीच व्याप्त मतभेदों को भुलाने की हरसंभव कोशिश की। दोनों नेताओं की बातचीत के बाद श्री ट्रंप ने वहां मौजूद सभी अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा “ चीन के साथ अपने संबंधाें को बढ़ावा देने में हमने काफी प्रगति की है और आगे भी इस तरह के प्रयास जारी रहेंगें। हमारे बीच के संबंध काफी बेहतर हुए हैं और मेरा मानना है कि इस बातचीत के बाद पहले से चली आ रही समस्याओं का हल स्वत : निकल जाएगा।’’ इसके बाद चीनी राष्ट्रपति ने कहा“ हमने काफी गहरी समझ विकसित की है अाैर अापसी विश्वास को ओर बढ़ावा दिया है। मेरा मानना है कि हम आगे भी इसी तरह के दाेस्ताना संबंधों को बनाए रखेंगें ,जहां तक विश्व शांति और स्थिरता की बात है तो हम अपनी ऐतिहासिक जिम्मेदारी को भी पूरा करेंगें। मैं अपने अमेरिकी समकक्ष से पूरी तरह शत प्रतिशत सहमत हूं।’’ इस बातचीत के बाद अमेरिकी गृह मंत्री रैक्स टिलेरसन ने बताया कि श्री जिनपिंग ने उत्तर कोरिया के मिसाइल कार्यक्रम पर अंकुश लगाने की दिशा में अमेरिका के साथ सहयोग को बढ़ावा देने का भरोसा दिया है। श्री टिलेरसन ने कहा कि दाेनों नेताआें ने अापसी सहयाेग को बढ़ावा देने तथा अपने मतभेदों को भुलाने पर भी सहमति व्यक्त की। श्री ट्रंप ने चीनी यात्रा का श्री जिनपिंग का आमंत्रण भी स्वीकार कर लिया। श्री टिलेरसन ने कहा कि श्री जिनपिंग ने इस बात पर सहमति जताई है कि उत्तर कोरिया का परमाणु कार्यक्रम बहुत ही गंभीर अवस्था तक पहुंच चुका है। उन्होंने बताया कि श्री ट्रंप ने अपने चीनी समकक्ष के सामने दक्षिण चीनी समुद्र में चीनी गतिविधियों पर चिंता जताई है। अमेरिकी वाणिज्य मंत्री बिल्बर रासॅ ने बताया कि चीन ने व्यापार अधिशेष को कम करने की दिशा में आश्वासन दिया है ताकि अपने यहां मुद्रास्फीति पर लगा सके। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हुअा है जब उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों के बारे में ऐसी कोई बात कही है।
शनिवार, 8 अप्रैल 2017
ट्रंप ने चीनी राष्ट्रपति से व्यापार और उत्तर कोरिया मुद्दों पर बातचीत की
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