रामकुमार- गुणेश्वरन ने भारत को दिलायी 2-0 की बढ़त - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 8 अप्रैल 2017

रामकुमार- गुणेश्वरन ने भारत को दिलायी 2-0 की बढ़त

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बेंगलुरू ,07 अप्रैल, युवा खिलाड़ी रामकुमार रामनाथन और प्रजनेश गुणेश्वरन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को उज्बेकिस्तान के खिलाफ शुक्रवार को डेविस कप एशिया-ओसनिया जोन ग्रुप एक के दूसरे दौर के मुकाबले में 2-0 की मजबूत बढ़त दिला दी। रामकुमार ने तैमूर इस्माइलोव को पहले एकल मैच में 6-2, 5-7, 6-2, 7-5 से हराकर भारत को 1-0 से आगे किया जबकि अपना पदार्पण डेविस कप मुकाबला खेल रहे प्रजनेश गुणेश्वरन ने संजार फैजीव को चार सेटों में 7-5, 3-6, 6-3, 6-4 से हराकर इस बढ़त को 2-0 पहुंचा दिया। पहले दिन दोनों एकल जीतने के बाद अब अनुभवी रोहन बोपन्ना तथा एन श्रीराम बालाजी की जोड़ी पर दारोमदार रहेगा कि वे शनिवार को युगल मैच में फारुख दुस्तोव और संजार फैजीव को हराकर भारत को 3-0 की अपराजेय बढ़त दिलाते हुए विश्व ग्रुप प्लेआफ में पहुंचा दें। विश्व रैंकिंग में 267 वीं रैंकिंग के रामकुमार ने 406 वीं रैंकिंग के इस्माइलोव के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया। देश के नंबर एक एकल खिलाड़ी यूकी भांबरी के चोट के कारण इस मुकाबले से बाहर हो जाने के बाद रामकुमार ने भारतीय चुनौती की जिम्मेदारी संभाली और चार सेटों में पहला एकल जीतकर भारत को आगे कर दिया। 23 वर्षीय रामकुमार ने यह मुकाबला तीन घंटे 14 मिनट तक चले संघर्ष में जीता। इस्माइलोव ने भारतीय खिलाड़ी के सामने दूसरे और चौथे सेट में चुनौती रखी लेकिन रामकुमार ने घरेलू प्रशंसकों के अपार समर्थन के दम पर पहला मैच अपने नाम कर लिया।


अनुभवी खिलाड़ी लिएंडर पेस को डेविस कप टीम से बाहर किये जाने के कल उठे विवाद के बाद आज भारत की इन दो शानदार जीत से शांति और खुशी छा गयी। हालांकि देश के सबसे सफल डेविस कप खिलाड़ी पेस स्टैंड में मौजूद थे। उन्होंने टीम के गैर खिलाड़ी कप्तान महेश भूपति के उन्हें बाहर करने के फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई थी। अपना चौथा डेविस कप मुकाबला खेल रहे रामकुमार ने मैच में 16 एस लगाये और छह बार विपक्षी खिलाड़ी की सर्विस तोड़ी। उन्होंने मैच में सिर्फ दो बार अपनी सर्विस गंवायी। रामकुमार ने पहली सर्विस पर 78 फीसदी और दूसरी सर्विस पर 67 फीसदी अंक जीते जबकि उज्बेक खिलाड़ी ने पहली सर्विस पर 71 फीसदी और दूसरी सर्विस पर 38 फीसदी अंक जीते। रामकुमार ने कुल 145 अंक जीते जबकि इस्माइलोव के हिस्से में 120 अंक आये। इस्माइलोव ने पहले सेट में पहला गेम जीता जबकि रामकुमार ने अपनी सर्विस बरकरार रखी। भारतीय खिलाड़ी ने जल्द ही 3-1 की बढ़त हासिल कर ली। पांचवें गेम में उज्बेक खिलाड़ी ने अपनी सर्विस गंवाई और स्कोर 4-1 हो गया। रामकुमार ने फिर स्कोर 5-1 कर दिया। इस्माइलोव ने सातवें गेम में जाकर अपनी सर्विस बरकरार रखी और स्कोर 5-2 कर दिया लेकिन रामकुमार ने आठवें गेम में अपनी सर्विस कायम रखते हुए पहला सेट 6-2 से जीत लिया। 

दूसरे सेट में चार गेम तक स्कोर 2-2 से बराबर था। मुकाबला टक्कर का चलता रहा और फिर स्कोर 4-4 तथा 5-5 से बराबर हो गया लेकिन 11 वें गेम में उज्बेक खिलाड़ी ने रामकुमार की सर्विस तोड़ी और 6-5 की बढ़त बनाने के बाद 7-5 से दूसरा सेट समाप्त कर दिया। रामकुमार ने दूसरे सेट के झटके से संभलते हुए तीसरे सेट में बेहतरीन खेल दिखाया और जल्द ही 5-2 से आगे हो गये। हालांकि एक समय वह इस सेट में 1-2 से पिछड़े हुए थे। रामकुमार ने आठवें गेम में एस लगाते हुए 6-2 पर तीसरा सेट समाप्त कर दिया। चौथे सेट में दूसरे सेट जैसी कहानी रही। इस सेट में 2-2 और फिर 5-5 की बराबरी रही लेकिन इस बार 11 वें गेम में रामकुमार ने ब्रेक हासिल किया और फिर 12 वां गेम जीतकर चौथा सेट 7-5 से जीता तथा मैच भारत के नाम कर दिया। दूसरे एकल में विश्व रैंकिंग में 287 वें नंबर के प्रजनेश गुणेश्वरन ने 376 वीं रैंकिंग के संजार फैजीव के खिलाफ पहला सेट 7-5 से जीत लिया। उज्बेक खिलाड़ी ने दूसरा सेट 6-3 से जीतकर बराबरी हासिल की और फिर तीसरे सेट में 2-0 और 3-1 की बढ़त बना ली लेकिन डेविस कप में पदार्पण कर रहे 28 वर्षीय प्रजनेश ने गजब की वापसी करते हुए लगातार पांच गेम जीतकर तीसरा सेट 6-3 से अपने नाम कर लिया। चौथे सेट में गुणेश्वरन ने फैजीव को कोई मौका नहीं दिया और 6-4 से यह सेट जीतकर भारत को 2-0 से आगे कर दिया। गुणेश्वरन की इस जीत के बाद भारतीय खेमे में खुशी का माहौल छा गया और पहली बार डेविस कप की कप्तानी संभाल रहे महेश भूपति ने अपने दोनों विजेता खिलाड़ियों को बधाई दी। 

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