पटना 04 अप्रैल, बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने आज राज्य में एक और ‘मिट्टी खरीद घोटाले’ का खुलासा करते हुये कहा कि राजधानी पटना में बन रहे एक मॉल की मिट्टी को पर्यावरण एवं वन विभाग ने बिना टेंडर निकाले 90 लाख रुपये में खरीद लिया और इस घोटाले का पूरा लाभ राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार को मिला। श्री मोदी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि डिलाइट मार्केटिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित की गई जमीन पर शॉपिंग मॉल बन रहा है और इस कंपनी में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष के बड़े पुत्र एवं राज्य के पर्यावरण एवं वन मंत्री तेजप्रताप यादव, छोटे पुत्र एवं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तथा उनकी पुत्री चंदा यादव निदेशक हैं। भाजपा नेता ने कहा कि यह वही कंपनी है जिसको लेकर बिहार के वर्तमान जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने वर्ष 2008 में आरोप लगाया था कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने रेलवे के रांची और पुरी के दो होटलों को गलत तरीके से होटल सुजाता के हर्ष कोचर को बेच दिया। इसके बदले में श्री कोचर ने डिलाइट मार्केटिंग कंपनी को एक ही दिन में दस निबंधन के जरिये पटना में दो एकड़ जमीन हस्तांतरित की थी। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी जमीन पर राजद के सुरसंड से विधायक सैयद अबु दौजाना की कंपनी मेरिडियन कंस्ट्रक्शन (इंडिया) लिमिटेड शॉपिंग मॉल का निर्माण करवा रही है। मॉल के बेसमेंट की मिट्टी को खपाने के लिए काफी चतुराई से पर्यावरण एवं वन विभाग ने पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान के सौंदर्यीकरण के नाम पर बिना टेंडर निकाले केवल कोटेशन के आधार पर 90 लाख रुपये में मिट्टी खरीद ली और यह काम रूपसपुर के वीरेंद्र यादव की कंपनी एमएस इंटरप्राइजेज से करवाया गया। उन्होंने कहा कि यह उद्यान पर्यावरण एवं वन विभाग के अंतर्गत आता है और इस विभाग के मंत्री श्री लालू प्रयाद यादव के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव हैं।
श्री मोदी ने कहा कि वर्ष 2008 में डिलाइट मार्केटिंग कंपनी में 70 प्रतिशत हिस्सेदारी तत्कालीन कंपनी मामलों के मंत्री एवं राजद सांसद प्रेम गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता की थी। बाद में कंपनी में 06 जनवरी 2014 को वर्तमान पर्यावरण एवं वन मंत्री तेजप्रताप यादव और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को तथा 26 जून 2014 को राजद अध्यक्ष की पुत्री चंदा यादव को निदेशक नियुक्त किया गया। भाजपा नेता ने इस पूरे प्रकरण के लिए ‘आम के आम, गुठलियों के दाम’ मुहावरे का उदाहरण देते हुये कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का परिवार अपने मॉल की मिट्टी को अपने ही विभाग में बेचकर 90 लाख रुपये की कमाई कर चुका है। उन्होंने कहा कि 90 लाख रुपये का यह काम बिना टेंडर निकाले केवल कोटेशन के आधार पर दे दिया गया। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दो महीने से रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक ट्रकों के जरिये मिट्टी की ढुलाई कराई जा रही है जबकि नियमानुसार, वन्य प्राणी उद्यानों में रात में कोई निर्माण कार्य या इससे जुड़ी गतिविधि संचालित करना निषेधित है। उन्होंने कहा कि उद्यान की पार्किंग का ठेकेदार बंटी यादव मिट्टी की ढुलाई कर रहे प्रत्येक ट्रक से चार हजार रुपये की वसूली करता है। श्री मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूरे मामले की जांच कराकर पर्यावरण एवं वन मंत्री तेजप्रताप यादव को बर्खास्त करने की मांग करते हुये सवालिया लहजे में कहा कि क्या कोई मंत्री अपनी जमीन से काटी गई मिट्टी को अपने विभाग में खरीद सकता है। क्या बिना टेंडर के 90 लाख रुपये की वस्तु सरकारी विभाग में खरीदी जा सकती है। क्या वन्य प्राणी परिसर में रात में निर्माण कार्य कराया जा सकता है और क्या यह सही नहीं है कि बिहार के सबसे बड़े शॉपिंग मॉल का निर्माण राजद विधायक की कंपनी करा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार यह भी बताये कि क्या उद्यान को 90 लाख की मिट्टी की आवश्यकता थी या केवल मॉल की मिट्टी खरीदने के लिए जबरदस्ती सौंदर्यीकरण की योजना बनाई गई।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें