पाक में 25 साल से पत्तियां खाकर जी रहा है एक व्यक्ति, कभी बीमार नहीं पड़ा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 22 अप्रैल 2017

पाक में 25 साल से पत्तियां खाकर जी रहा है एक व्यक्ति, कभी बीमार नहीं पड़ा

man-live-to-eat-leaves-in-pakistan-last-25years
लाहौर, 22 अप्रैल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक व्यक्ति पिछले 25 साल से पत्तियां खाकर जी रहा है और कभी भी बीमार नहीं पड़ा। पंजाब प्रांत के गुजरांवाला जिले के रहने वाले 50 साल के मोहम्मद बट्ट ने रोजगार ना होने और खानपान का खर्च वहन ना कर पाने के कारण 25 साल की उम्र में पत्तियां खानी शुरू कर दी थीं। बट्ट ने कहा, ‘‘मेरे परिवार में बहुत गरीबी थी। चीजें हमारी पहुंच से बाहर थीं और मेरे लिए भोजन हासिल करना बेहद मुश्किल था, इसलिए मैंने सोचा कि सड़कों पर भीख मांगने से अच्छा है कि डाल पात खाकर ही जी लूं।’’ ‘द न्यूज इंटरनेशनल’ अखबार की खबर के अनुसार बट्ट ने कहा, ‘‘डाल और पत्तियां खाना अब मेरी आदत बन गयी है।’’ कई साल बाद उसे काम मिल गया और वह अब दो जून की रोटी जूुटा सकता था लेकिन उसने अपना विशिष्ट आहार बनाए रखने को ही तवज्जो दी। अपनी गधा गाड़ी पर सामान पहुंचाकर 600 रपये रोजाना कमाने वाला बट्ट कभी बीमार नहीं पड़ा और अब भी पत्तियां एवं डालें खाकर मजे में जी रहा है। बट्ट के पड़ोसी गुलाम मोहम्मद ने कहा, ‘‘वह कभी किसी डॉक्टर के पास या अस्पताल नहीं गया। हम हैरान हैं कि इतने सालों से डाल पात खा रहा इंसान कैसे कभी बीमार नहीं पड़ा।’’ मोहम्मद ने कहा, ‘‘वह सड़क किनारे कभी भी अपनी गधा गाड़ी रोक देता है और पेड़ की हरी डालें तोड़ने लगता है।’’ खाने की अपनी इस विशिष्ट आदत के कारण बट्ट इलाके में काफी लोकप्रिय है।

कोई टिप्पणी नहीं: