मीडिया को सांप्रदायिक भावना भड़काने की इजाजत नहीं : नकवी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


गुरुवार, 13 अप्रैल 2017

मीडिया को सांप्रदायिक भावना भड़काने की इजाजत नहीं : नकवी

media-have-no-permission-to-explore-comunalisam-naqvi
नयी दिल्ली 12 अप्रैल, सरकार ने आज राज्यसभा को आश्वासन दिया कि मीडिया को भले ही स्वतंत्रता की अभिव्यक्ति हासिल है लेकिन उसे सांप्रदायिक भावना भड़काने की इजाजत नहीं दी जा सकती। समाजवादी पार्टी के जावेद अली खान ने सदन में शून्यकाल के दौरान एक हिन्दी टेलीविजन चैनल द्वारा उत्तर प्रदेश के संभल में सांप्रदायिक भावना भड़काने की कोशिश का मामला उठाते हुए इस पर प्रतिबंध लगाये जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह चैनल पिछले 12 दिनों से संभल में शांति , एकता और सांप्रदायिक सद्भावना को तार-तार करने में लगा है । सदस्य ने कहा कि चैनल पर संभल को आतंक का स्थान और जेहादियों का गढ़ बताया जा रहा है। इसके एंकर की शब्दावली ऐसी है जो क्षेत्र में सद्भावना के माहौल को बिगाड़ रही है। उन्होंने इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इस मामले का संज्ञान लिया जायेगा और मीडिया को भले ही अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हो लेकिन किसी को सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की अनुमति नहीं है। उप सभापति पी जे कुरियन ने भी कहा कि यह गंभीर मामला है और मीडिया की स्वतंत्रता की बात ठीक है लेकिन मीडिया का काम सांप्रदायिक भावना को भड़काना नहीं है। सरकार इस मामले की निगरानी करे। श्री खान ने कहा कि इस चैनल के संपादक ने कहा है कि वह 13 अप्रैल को संभल की जामा मस्जिद में जाकर जलाभिषेक करेंगे और वह बड़ी संख्या में लोगों को वहां आने के लिए कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में चुप्पी क्यों साधे हुए है । उन्होंने कहा कि संभल में 1978 के बाद से कोई दंगा नहीं हुआ है और हिन्दू तथा मुस्लिम दोनों समुदाय सौहार्द के साथ वहां रह रहे हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: