नयी दिल्ली, 23 अप्रैल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्यों से जनवरी से दिसंबर को वित्त वर्ष बनाने की दिशा में पहल करने और विधानसभा तथा लोकसभा चुनाव एक साथ कराने पर गंभीरता से विचार करने की अपील की है। श्री मोदी ने आज यहां नीति आयोग की शासकीय परिषद की तीसरी बैठक में एक भारत श्रेष्ठ भारत एवं नये भारत की अवधारणा को साकार के लिए सभी राज्यों और मुख्यमंत्रियों के सहयोग और मिल-जुलकर प्रयास करने का आग्रह करते हुये कहा “ एक मुख्यमंत्री के रूप में मैं इससे भलीभांति परिचित हूं कि नये भारत के सपने को सभी राज्यों और मुख्यमंत्रियों के मिले जुले प्रयासों से ही साकार किया जा सकता है। ’’ बैठक के समापन पर अपने वक्तव्य में प्रधानमंत्री ने बजट पेश किये जाने की तिथि को करीब एक महीने पहले निर्धारित किये जाने का उल्लेख करते हुये कहा कि हमारे देश में कृषि आय बहुत महत्वपूर्ण है और कृषि आय की जानकारी मिलने के तत्काल बाद बजट तैयार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनवरी से दिसंबर को वित्त वर्ष बनाने के बारे में सुझाव मिले हैं और राज्यों को इस दिशा में पहल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों को एक साथ कराने के मुद्दे पर सकारात्मक चर्चा शुरू हुयी है। उन्होंने कहा कि भारत वर्षाें से राजनीति एवं आर्थिक कुप्रबंधन का शिकार रहा है। खराब समय प्रबंधन के कारण कई अच्छे कार्यक्रम और योजनाएं अनुमान के अनुरूप परिणाम देने में असफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके मद्देनजर ऐसी सशक्त व्यवस्था विकसित की जानी चाहिए जो विपरीत परिस्थितियों में भी काम कर सके।
रविवार, 23 अप्रैल 2017
जनवरी दिसंबर को बजट वर्ष बनाने पर विचार करें राज्य : मोदी
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