धनबाद 11 अप्रैल, झारखंड में धनबाद के बहुचर्चित पूर्व उप महापौर नीरज सिंह हत्याकांड में आज एक नाटकीय घटनाक्रम में नामजद अभियुक्त और झरिया से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक संजीव सिंह ने सरायढेला थाना में आत्मसमर्पण कर दिया, जहां पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बोकारो प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक साकेत कुमार ने यहां संवाददाता सम्मेलन में मामले का खुलासा करते हुये बताया कि भाजपा विधायक संजीव सिंह ने सरायढेला थाना में आत्मसमर्पण किया है, जहां से उन्हें गिरफ्तार कर करने के बाद मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया। इसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। उन्होंनें बताया कि नीरज सिंह हत्याकांड मामले के अनुसंधान में उनके चचेरे भाई संजीव सिंह की भूमिका षड्यंत्रकारी के तौर पर सामने आई है। हत्याकांड में अबतक दो नामजद आरोपियों सहित कुल चार लोगो की गिरफ्तारी हुई है। श्री कुमार ने बताया कि पुलिस विधायक संजीव की पॉलिग्राफ टेस्ट कराने पर विचार कर रही है। उन्होंने बताया कि मामले के अनुसंधान के दौरान पुलिस को कई सुराग हाथ लगे हैं, जिसे गोपनीय रखा गया है। हत्याकांड में डब्लू मिश्रा, पंकज कुमार, और संतोष की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
पुलिस उप महानिरीक्षक ने बताया कि हत्या में नाइन एमएम पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने बताया कि पुलिस अनुसंधान के अनुसार हत्यारे चार थे, जिनमें तीन की पहचान हो चुकी है जबकि एक की पहचान के लिए अनुसंधान जारी है। उन्होंनें कहा कि सभी अपराधी विधायक संजीव सिंह के सम्पर्क में लगातार बने हुये थे। इस हत्याकांड में विधायक संजीव सिंह के अतिरिक्त उनके भाई मनीष सिंह, गया सिंह, मंगल पांडेय एवं जैनेन्द्र सिंह को नामजद अभियुक्त बनाया गया था। सभी पांच नामजद अभियुक्तों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 302 एवं 27 (आर्म्स एक्ट) के तहत सरायढेला थाना में मामला दर्ज है। उल्लेखनीय है कि 21 मार्च को नीरज सिंह सहित कुल चार लोगों की हत्या सरायढेला स्थित स्टील गेट चौक पर उस समय कर दी गई थी, जब वे कार से झरिया से सरायढेला स्थित अपने आवास जा रहे थे। इस संबंध में नीरज के छोटे भाई अभिषेक सिंह ने संजीव सहित पांच लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था।
पुलिस उप महानिरीक्षक ने बताया कि हत्या में नाइन एमएम पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने बताया कि पुलिस अनुसंधान के अनुसार हत्यारे चार थे, जिनमें तीन की पहचान हो चुकी है जबकि एक की पहचान के लिए अनुसंधान जारी है। उन्होंनें कहा कि सभी अपराधी विधायक संजीव सिंह के सम्पर्क में लगातार बने हुये थे। इस हत्याकांड में विधायक संजीव सिंह के अतिरिक्त उनके भाई मनीष सिंह, गया सिंह, मंगल पांडेय एवं जैनेन्द्र सिंह को नामजद अभियुक्त बनाया गया था। सभी पांच नामजद अभियुक्तों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 302 एवं 27 (आर्म्स एक्ट) के तहत सरायढेला थाना में मामला दर्ज है। उल्लेखनीय है कि 21 मार्च को नीरज सिंह सहित कुल चार लोगों की हत्या सरायढेला स्थित स्टील गेट चौक पर उस समय कर दी गई थी, जब वे कार से झरिया से सरायढेला स्थित अपने आवास जा रहे थे। इस संबंध में नीरज के छोटे भाई अभिषेक सिंह ने संजीव सहित पांच लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था।
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