झारखंड में पूर्वी क्षेत्र का औद्योगिक हब बनने की क्षमता : रघुवर दास - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 12 अप्रैल 2017

झारखंड में पूर्वी क्षेत्र का औद्योगिक हब बनने की क्षमता : रघुवर दास

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रांची 11 अप्रैल, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज कहा कि प्रदेश में औद्योगिक विकास में सरकार की सरल नीतियों से यह राज्य पूर्वी क्षेत्र का औद्यौगिक हब बनने की क्षमता रखता है। श्री दास ने यहां झारखंड मंत्रालय के सभाकक्ष में भारतीय उद्योग परिसंघ(सी.आई.आई) के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में उद्योग के लिए पर्याप्त भूमि सुलभ है। भूमि की कोई कमी नहीं है। झारखंड पूर्वी क्षेत्र औद्यौगिक हब बनने की क्षमता रखता है। झारखंड में दोपाहिया वाहन एवं ट्रैक्टर निर्माण की इकाई भी सुगमता से लगाया जा सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की गरीबी का सबसे बड़ा कारण अशिक्षा है इसलिए समाज को जागरूक करने में योगदान देना, समाज के हर वर्ग की जिम्मेवारी है। खासकर संथाल परगना और पूर्वी तथा पश्चिमी सिंहभूम के गांव में स्थिति और भी खराब है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गरीबों के उत्थान के लिए कई योजनाएं चला रही है। उन्होंने परिसंघ प्रतिनिधियों का आह्वान करते हुए कहा कि परिसंघ अपने स्तर से भी निवेशकों को झारखंड में उद्योग लगाने के लिए आश्वस्त कर उन्हें बताये कि झारखंड में उद्योग स्थापित करना सभी दृष्टि से फायदेमंद हैं।



श्री दास ने बताया कि प्रदेश में वनोत्पादों को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग बोर्ड का गठन किया जा रहा है। लाह और तसर के उत्पादों की डिजाइनिंग, पैकेजिंग, ब्रांडिंग और मार्केटिंग का काम पेशेवरों के हाथों में होगा। तैयार उत्पादों को निर्यात किया जायेगा। इसी तरह गांव की महिलाओं का कौशल विकास कर उन्हें रोजगार से जोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि दूध, अंडा, स्कूल ड्रेस, कंबल, चादर, तौलिया आदि की खरीद गांव की महिलाओं से की जायेगी जिससे गांवों में समृद्धि आएगी। मुख्ममंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से चलाये जा रहे ‘स्कूल चलें-चलायें’ अभियान को जनआंदोलन का रूप देने की जरूरत है। गरीबी और अशिक्षा के कारण बच्चियों की शादी कम उम्र में कर दी जाती है, जिससे मातृत्व एवं शिशु मृत्यु दर में वृद्धि होती है। समाज के हर वर्ग के लोग समाज को जागरूक करने में अपनी जिम्मेवारी निभायें श्री दास ने परिसंघ के प्रतिनिधियों से भी ‘स्कूल चले-चलाएं’ अभियान से जुड़ कर कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि विभिन्न सेक्टरों में कार्य करने के लिए अलग-अलग ग्रुप बनाएं। बैठक में उद्योग सचिव सुनील कुमार बर्णवाल समेत अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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