तेजस्वी 99 प्रतिशत छूट पर भी अपनी संपत्ति बेचें तो खरीदना असंभव : सुशील - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 25 अप्रैल 2017

तेजस्वी 99 प्रतिशत छूट पर भी अपनी संपत्ति बेचें तो खरीदना असंभव : सुशील

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पटना 24 अप्रैल, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कथित जमीन घोटाले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव एवं उनके परिवार के पास अकूत संपत्ति जमा होने के आरोप को लेकर श्री यादव के मंत्री पुत्र तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार करते हुये आज कहा कि यदि तेजस्वी 99 प्रतिशत की छूट पर भी अपनी संपत्ति बेचें तो भी मेरे लिए उसे खरीद पाना असंभव है।श्री मोदी ने यहां अायोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, "श्री तेजस्वी यादव 50 प्रतिशत छूट पर अपनी संपत्ति मुझे देने की बात कर रहे हैं लेकिन इतनी छूट के बाद भी संपत्ति की कीमत अरबों रुपये में है। मेरी हैसियत तो दो- चार लाख रुपये तक की संपत्ति खरीदने की है। यदि वह 99 प्रतिशत की छूट पर भी संपत्ति बेच दें तब भी मैं उसे नहीं खरीद पाउंगा।" भाजपा नेता ने कहा कि भ्रष्टाचार के दलदल में फंसे राजद अध्यक्ष श्री यादव ने अपने बेटों को भी उसी राह पर चलाकर अरबों रुपये मूल्य की जमीन का मालिक बना दिया है। उन्होंने अपने दोनों मंत्री पुत्रों तेजप्रताप यादव (पर्यावरण एवं वन मंत्री) एवं तेजस्वी यादव (उप मुख्यमंत्री) को वैसी कंपनियों का निदेशक या शेयर होल्डर बना दिया है, जिसके पास अरबो रुपये की संपत्ति है। इस पर श्री तेजस्वी यादव का 50 प्रतिशत की छूट पर संपत्ति बेचने के ऑफर का लाभ उठाने की हैसियत तो देश के मशहूर उद्योगपति घराने टाटा और बिड़ला के पास ही हो सकती है। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने डिलाइट मार्केटिंग, लारा डिस्ट्रीब्यूटर्स, ए. के. इंफोसिस्टम्स के बाद ए.बी. एक्सपोर्ट्स के जरिये राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कथित जमीन खरीद घोटाले को लेकर राजद अध्यक्ष की चुप्पी पर निशाना साधते हुये सवालिया लहजे में कहा कि श्री यादव बतायें कि क्या यह सही नहीं है कि आज ए.बी.एक्सपोर्ट्स में 98 प्रतिशत शेयर श्री तेजस्वी यादव के पास है।


श्री मोदी ने कहा कि जिस कंपनी (ए.बी.एक्सपोर्ट्स) में कोई कर्मचारी नहीं, जिसका कोई टर्नओवर नहीं और जिसने आजतक कोई कारोबार नहीं किया, आखिर उस कंपनी ने वर्ष 2007-08 में 800 वर्गमीटर जमीन दिल्ली के 1088 न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में क्यों पांच करोड़ रुपये के कर्ज से खरीदी। आखिर हीरा कारोबारियों ने इस कंपनी को पांच करोड़ रुपये का कर्ज क्यों दिया। क्यों अशोक कुमार बिन्थिया ने 115 करोड़ रुपये की संपत्ति सहित पूरी कंपनी श्री तेजस्वी यादव को सौंप दी और डी-1088 में बने 60 करोड़ रुपये के मकान के लिए धनराशि कहां से आई। उन्होंने कहा, "जब तेजस्वी यादव के पास करोड़ों-अरबों रुपये की संपत्ति हो तो उसे 99 प्रतिशत छूट पर भी खरीद पाना मेरे लिए तो असंभव ही है।" भाजपा नेता ने श्री यादव पर चारा घोटाले की तरह कथित 'मिट्टी-मॉल-जमीन' घोटाला उजागर करने पर भी उनके परिवार के सदस्यों एवं रिश्तेदारों को प्रताड़ित कर उन पर दबाव बनाने का प्रयास शुरू करने का आरोप लगाते हुये कहा, "रविवार को राजद ने जिन कंपनियों के जरिये मुझ पर हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति जमा करने का आरोप लगाया है, तो लगेहाथ उन्हें यह भी बताना चाहिए था कि क्या मैं उन कंपनियों का मालिक, साझेदार या हिस्सेदार हूं। मैं एक कारोबारी परिवार से आता हूं और मेरे कई रिश्तेदार कारोबार करते हैं। ऐसे में जो आरोप लगाये गये हैं उनका जवाब तो उन कंपनियों के मालिक ही दे सकते हैं। जवाब देने के लिए मैं उत्तरदायी नहीं हूं। मैं केवल राजनीति करता हूं। लालू परिवार की तरह न कोई व्यवसाय और न ही ठेकेदारी।" पूर्व उप मुख्यमंत्री ने राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा के रविवार को दिये उस बयान पर भी पलटवार किया जिसमें उन्होंने कहा था कि श्री मोदी अपने सगे भाई राज कुमार मोदी (कंपनी आशियाना होम्स प्राइवेट लिमिटेड) एवं उनके दो पुत्र और दोनों पुत्रवधु तथा चचेरे भाई महावीर मोदी के साथ फर्जी कम्पनियों का मकड़जाल बनाकर कालेधन को सफेद बनाने का गोरख धंधा पिछले 15 वर्षों से कर रहे हैं। वह वर्ष 2005 में उप मुख्यमंत्री बनने के बाद पिछले 12 वर्षों में हजारों करोड़ रुपये की बेनामी सम्पत्ति के मालिक बन गये। श्री मोदी ने कहा कि उनके उप मुख्यमंत्री के कार्यकाल में यदि उन्हें किसी कंपनी को फायदा पहुंचाना होता तो वह बिहार की कंपनी हो सकती थी लेकिन राजद का आरोप वैसी कंपनियों को लेकर है जो लालू राज की गुंडागर्दी से परेशान होकर 20 वर्ष पूर्व ही अपना कारोबार राज्य से समेट चुकी है।

श्री मोदी ने उनके पुत्र पर राजधानी पटना के लोदीपुर में मॉल बनाने के आरोपों पर कहा कि यदि उनके पुत्र के पास श्री यादव के बेटों जितनी संपत्ति होती तो वह बेंगलुरु में नौकरी नहीं कर रहे होते। उन्होंने कहा कि श्री यादव द्वारा उनके रिश्तेदारों को प्रताड़ित करने की कोशिशों से वह डरने वाले नहीं हैं बल्कि वह राजद अध्यक्ष के छुपे घोटालों का पर्दाफाश करने में कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे। भाजपा नेता ने कहा कि पिछले 20 दिनों में डिलाइट मार्केटिंग, ए. के. इंफोसिस्टम्स और अब ए.बी. एक्सपोर्ट्स जैसी कंपनियों के माध्यम से बिहार सरकार के दो मंत्रियों तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव तथा पूर्व मुख्यमंत्री एवं श्री यादव की पत्नी राबड़ी देवी करोड़ाें रुपये की संपत्ति सहित कंपनियों के मालिक बन बैठे। इन घोटालों का दस्तावेजों के साथ खुलासा किया गया लेकिन आज तक न तो राजद अध्यक्ष और न ही राजद उन आरोपों का जवाब दे पाया है। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कथित मिट्टी-मॉल-जमीन घोटाला मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी पर कहा, "शुतुरमुर्ग की तरह जमीन में मुंह छुपा लेने से यह आंधी शांति से गुजरने वाली नहीं है। इसलिए, श्री कुमार के लिए बेहतर होगा कि वह श्री यादव के दोनों मंत्री पुत्रों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करें।"

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