राज्य की खनिज सम्पदा को कैसे लूटा जाए, पीएम का भाषण इसी पर केन्द्रित था : हेमन्त सोरेन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 7 अप्रैल 2017

राज्य की खनिज सम्पदा को कैसे लूटा जाए, पीएम का भाषण इसी पर केन्द्रित था : हेमन्त सोरेन

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अमरेन्द्र सुमन (दुमका) पीएम नरेन्द्र मोदी के भाषण से काफी आश्चर्य हुआ। 48 मिनट के अपने भाषण में पीएम ने झारखण्ड की जनता के विकास की कोई ठोस बात नहीं कही। वे झारखण्ड को अमेरिका बनाना चाहते हैं। प्रतीत हो रहा था कि वे अमेरिका में भाषण दे रहे हैं। लोगों को शब्जबाग दिखलाने का प्रयास किया गया। खिजुरिया स्थित आवास में नेता प्रतिपक्ष व झामुमों के कार्यकारी अध्यक्ष हेमन्त सोरेन ने दिन सोमवार को पत्रकार वार्ता में उपरोक्त बातें कही। श्री सोरेन ने कहा कि छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश में विकास का पैमाना देश में सबसे पिछड़ा क्यों है ? पीएम का भाषण राज्य के विकास का नहीं अपितु राज्य को कैसे लूटा जा सके इससे संबंधित था। किसानों-मजदूरों के लिये कुछ भी नहीं था भाषण में। साहेबगंज में पुल व बन्दरगाह अमीरों, लुटेरों व माफियाओं के लिये एक बड़ा प्लेटफार्म साबित होने वाला है। इस राज्य का माफियाओं का चारागाह बनाने का प्रयास किया जा रहा है। देश में भ्रष्टाचार को नये रुप से परिभाषित करने का यह प्रयास है। काॅरपोटेर घरानों ,द्वारा पहले पाॅलिटिकल पार्टी को बतौर चंदा 7.5 प्रतिशत दिया जाता था, अब वे जितना चाहे दे सकेगें। इसकी कोई सीमा निर्धारित नहीं की गई है। राज्य की प्राकृतिक संपदाओं को सड़क, जल व वायू मार्गो से लूटने का प्रयास है यह। श्री मोदी के भाषण से यही निष्कर्ष निकलता है। श्री सोरेन ने कहा कि राजधानी राँची में लोग पानी के लिये आपस में लड़ते-भिड़ते हुए देखे जाते है। राजधानी की स्थिति यह है तो फिर साहेबगंज की स्थिति क्या होगी, समझा जा सकता है। पीएम का साहेबगंज दौरा एक मात्र राजनीतिक प्रक्रिया थी। यहाँ के आदिवासियों-दलितों को कैसे बेइज्जत किया जाए यह साफ दिखता है। हमारे एमपी सभास्थल पर मौजूद थे, उन्हें बोलने तक नहीं दिया गया। प्रोटोकाॅल का कोई ख्याल नहीं रखा गया। लिट्टीपाड़ा विधानसभा चुनाव भारी बहुमत से झामुमों जीतेगी। भाजपा का सारा स्वप्न धरा का धरा रह जाऐगा। श्री सोरेन ने कहा सीएनटी व एसपीटी एक्ट में संशोधन से राज्य की आदिवासी जनता भाजपा के विरोध में है। इसी चुनाव में वह सब दिखने वाला है कि संताल परगना में भाजपा दिखेगी या फिर झामुमों। 

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