नयी दिल्ली 22 अप्रैल, ऋण माफी की मांग को लेकर पिछले एक माह से अधिक समय से यहां जंतर-मंतर पर धरना दे रहे तमिलनाडु के किसानों ने आज यहां पेशाब पीकर विरोध प्रदर्शन करने का प्रयास किया लेकिन पुलिस के हस्तक्षेप के कारण वे ऐसा नहीं कर सके । धरना दे रहे किसानों ने एक बाल्टी में मूत्र संग्रह किया और फिर कुछ किसानों ने इसे पीने का प्रयास किया लेकिन पुलिस अधिकारियों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया । किसानों का कहना था कि कृषि ऋण के कारण उनका सब कुछ उजड़ गया है और उनके पास खाने-पीने को कुछ भी नहीं बचा है जिसके कारण वे पेशाब पीकर विरोध प्रदर्शन करना चाहते थे । तमिलनाडु के किसान अपने प्रति जन समर्थन हासिल करने और लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए विरोध के तरह-तरह के तरीके अपना रहे हैं । ये अधनंगे किसान मानव खोपडी के साथ धरना दे रहे हैं । एक दिन किसानों ने अाधे बाल और मूछें कटाकर विरोध प्रदर्शन किया था तो एक दिन सड़क पर चावल दाल पराेस कर उसे खाया। प्रधानमंत्री कार्यालय के सामने प्रदर्शन करने वाले दिन तो कुछ किसान पूरी तरह नग्न हो गये थे । किसानों ने कहा कि वे रिण माफी, तमिलनाडु में सूखे के कारण किसानों को हुई क्षति तथा कई अन्य मुद्दों को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं । पुलिस के साथ टकराव या कानून को हाथ में लेने का उनका कोई इरादा नहीं है ।
शनिवार, 22 अप्रैल 2017
किसानों का अनोखा विरोध प्रदर्शन
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