कृषि महोत्सव 15 से
जिले के किसानबंधुओं को खेती किसानी की अद्यतन जानकारी देने और उनकी समस्याओं के निदान हेतु जिले में कृषि महोत्सव का आयोजन 15 अपै्रल से शुरू होगा जो दो मई तक जारी रहेगा। किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उप संचालक श्री पीके चैकसे ने बताया कि आधुनिक कृषि की जानकारी देने के लिए विभाग के माध्यम से हर संभव प्रयास किए जा रहे है। इसके लिए किसान रथ और दल भी गठित किए गए है जो ग्राम पंचायतों में पहुंचकर कृषि और उद्यानिकी, मत्स्यपालन की भी जानकारियां देगे।
मानिटरिंग
कृषि महोत्सव कार्यक्रम के समन्वय एवं सतत मानिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। कंट्रोल रूम के बेहतर संचालन हेतु पालीवार अधिकारी, कर्मचारी तैनात किए गए है। कंट्रोल रूम का दूरभाष क्रमांक 07592-233153 है। जिस पर कृषि महोत्सव संबंधी किसी भी सूचना हेतु सम्पर्क किया जा सकता है। कंट्रोल रूम के प्रभारी श्री आरके पांडे होगे जिनका मोबाइल नम्बर 8959397007 है।
बैठक आज
कृषि महोत्सव आयोजन हेतु गठित जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति की बैठक 13 अपै्रल को जिला पंचायत के सभागार कक्ष में प्रातः 10 बजे से आयोजित की गई है।
जोनल अधिकारी अपने दायित्वों से अवगत हुए
ग्रामोदय से भारत उदय अभियान जिले में भी 14 अपै्रल से प्रारंभ होगा जो 31 मई तक क्रियान्वित किया जाएगा। चुनावी तर्ज पर अभियान के क्रियान्वयन हेतु संबंधितों को आवष्यक जबावदेंही सौंपी गई है। कलेेक्टर श्री अनिल सुचारी के द्वारा 31 जोनल अधिकारी नियुक्त किए गए है जिन्हें क्लस्टरवार जबाबदेंही सौंपी गई है। जिला पंचायत सीईओ श्री आर्य ने बताया कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा ग्रामोदय से भारत उदय अभियान क्रियान्वयन के लिए मार्गदर्षिका प्रदाय की जा चुकी है उन्होंने प्रदाय की गई पुस्तिका का बारीकी से अध्ययन करने और प्रत्येक ग्राम पंचायत को निर्धारित प्रपत्र, समग्र डाटा उपलब्ध करा दिया गया है। प्रपत्र क्रमांक एक से 24 तक की सभी जानकारियां स्थानीय ग्राम पंचायत के सचिव द्वारा अंकित की जाएगी। प्रपत्र क्रमंाक-25 से 31 में कृषि विभाग के अमले द्वारा अंकित की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राम का प्लान तैयार किया गया है जिस पर आगामी ग्राम सभा एवं सघन ग्राम संसद के आयोजन में विचार विमर्ष कर निर्णय लिए जाएंगे। जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि प्रत्येक पंचायत में स्थायी परिसम्पत्ति, आवेदन एवं षिकायत की जानकारी अलग अलग पंजियों में अंकित की जाएगी। उन्होंने कहा कि जोनल अधिकारी भ्रमण के दौरान इस बात का अवलोकन करे कि सचिवों द्वारा जानकारियां सही सही अंकित की जा रही है कि नही। उन्होंने भ्रमण के दौरान पेंषन, हितग्र्राहीमूलक योजना और समग्र डाटा का परीक्षण पर भी नजर रखने की बात कही।
कंट्रोल रूम स्थापित
कलेक्टर श्री अनिल सुचारी के द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुपालन में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संबंधी समस्याओं से त्वरित अवगत होकर उनके निराकरण हेतु जिला मुख्यालय के साथ-साथ खण्ड स्तर पर कंट्रोल रूम संचालित किए जा रहे है। जिले के ग्रामीणजनों से आव्हान किया गया कि वे क्षेत्रों में ग्रीष्मकाल के दौरान पेयजल संकट निवारण और पेयजल संबंधी सूचनाएं त्वरित नजदीक के कंट्रोल रूम नम्बर पर देने का सहयोग करें ताकि समस्या का निदान यथाशीघ्र हो सकें। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री आलोक जैन ने बताया कि जिला मुख्यालय के कंट्रोल रूम प्रभारी श्री जीएस मेहता होंगे। उनका मोबाइल नम्बर 9165557422 है। सभी कंट्रोल रूम प्रातः नौ बजे से रात्रि आठ बजे तक क्रियाशील रहेंगे। कंट्रोल रूम में प्राप्त होने वाली शिकायतों का निराकरण अधिकतम तीन दिवस में करने के निर्देश संबंधितो को दिए गए है। जिला स्तरीय कंट्रोल रूम का दूरभाष क्रमांक 07592-250663 है। इसी प्रकार उपखण्ड मुख्यालयों पर बनाए गए कंट्रोल रूम की जानकारी इस प्रकार से है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी उपखण्ड विदिशा एवं नटेरन का कंट्रोल रूप बनाया गया है यहां का दूरभाष क्रमांक 07592-232838 है। ग्यारसपुर कंट्रोल रूम के प्रभारी श्री सीएल अहिरवार होंगे इनका मोबाइल नम्बर 9425652354 है। इसी प्रकार बासौदा उपखण्ड कार्यालय में बासौदा एवं कुरवाई का संयुक्त कंट्रोल रूम बनाया गया है कंट्रोल रूम का दूरभाष क्रमांक 07594-221430 तथा सिरोंज उपखण्ड कार्यालय में सिरोंज एवं लटेरी का संयुक्त कंट्रोल रूम बनाया गया है कंट्रोल रूम का दूरभाष क्रमांक 07591-253036 है।
खनिज परिवहन हेतु ई-टीपी की शुरूआत
जिले में खनिज परिवहन के लिए ई-टीपी जारी की जाएगी जिसकी शुरूआत आज बासौदा तहसील के ग्राम चैरावर में गिट्टी क्रेशर उत्खनिपट्टाधारी श्री अब्दुल मतीन खान को प्रथम ई-टीपी जारी की गई है। जिला खनिज अधिकारी श्री रमेश पटेल ने बताया कि शासन के नवीन निर्देशानुसार समस्त पट्टेदार ई-टीपी के माध्यम से ही खनिज परिवहन कर सकेंगे। बिना ई-टीपी के परिवहन करते पाए जाने पर नियमानुसार कार्यवाही होगी। उन्होंने जिले के समस्त उत्खनिपट्टेधारियों से कहा कि वे सात दिवस के भीतर कार्यालय में उपस्थित होकर अपना पंजीयन अनिवार्यतः कराए ताकि उन्हें ई-टीपी जारी की जा सकें।

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