नयी दिल्ली,10 अप्रैल, पूर्व भारतीय दिग्गज टेनिस खिलाड़ी विजय अमृतराज का मानना है कि लिएंडर पेस और महेश भूपति के मौजूदा विवाद को तवज्जो देने के बजाय सिंगल्स पर ध्यान देने की जरूरत है जहां पिछले 30 वर्षों में कोई भारतीय खिलाड़ी ग्रैंड स्लेम में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया है। विजय अमृतराज दिल्ली के जिमखाना क्लब के ग्रास कोर्ट पर होने वाले रोड टू विंबलडन इंडिया मास्टर्स की घोषणा के लिये सोमवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे। पूर्व डेविस कप कप्तान अमृतराज ने प्रेस कांफ्रेंस के बाद पेस और भूपति के विवाद के बारे में पूछे जाने पर सीधे कोई जवाब न देते हुए कहा,“ हमारे पास पिछले 30 वर्षों में ग्रैंड स्लेम का एक भी अच्छा खिलाड़ी नहीं है। हमें इस बात पर ज्यादा ध्यान देना चाहिये कि हम अच्छे सिंगल्स खिलाड़ी क्यों नहीं तैयार कर पा रहे हैं।” पूर्व डेविस कप कप्तान ने बार बार इस मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर कूटनीतिक अंदाज में कहा,“ आज हमारे पास एक भी ऐसा सिंगल खिलाड़ी नहीं है जो बड़े और ग्रैंड स्लेम टूर्नामेंट में देश के लिये खेलता नजर आये।” अमृतराज ने साथ ही मीडिया को भी सलाह दी कि वह ऐसे विवादों को तवज्जो देने के बजाय इस बात पर ध्यान दे कि देश में अच्छे सिंगल खिलाड़ी क्यों सामने नहीं आ पा रहे हैं। उन्होंने इस सवाल पर एक बार भी पेस और भूपति का नाम नहीं लिया। उन्होंने अपनी बात को सिर्फ सिंगल खिलाड़ियों पर ही केन्द्रित रखा। अमृतराज ने कहा,“ इस तरह की चीजें होती रहती हैं।” उल्लेखनीय है कि भारतीय डेविस कप टीम के गैर खिलाड़ी कप्तान महेश भूपति ने उज्बेकिस्तान के खिलाफ राउंड दो मुकाबले के लिये 43 वर्षीय पेस को नहीं चुना और रोहन बोपन्ना को तरजीह देते हुए टीम में शामिल किया। भारत ने यह मुकाबला 4-1 से जीतकर विश्व ग्रुप प्लेआफ में जगह बना ली।
पेस ने डेविस कप टीम से बाहर किये जाने के बाद भूपति के फैसले की आलोचना करते हुए कहा था कि यदि उन्हें एक फोन काॅल से ही बता दिया जाता तो वह आधी दुनिया का सफर तय कर इस मुकाबले के लिये बेंगलुरु नहीं पहुंचते। दूसरी तरफ भूपति ने पेस को स्पष्ट कर दिया था कि अंतिम टीम में उनकी जगह की कोई गारंटी नहीं है। भूपति का कहना था कि बोपन्ना इस समय ज्यादा बेहतर युगल खिलाड़ी हैं इसलिये उन्हें टीम में जगह दी गयी। इस बीच अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) के महासचिव हिरण्मय चटर्जी ने इस मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर इस विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि उन्हें 40 वर्ष से अधिक उम्र के इन दो खिलाड़ियों से इस तरह की उम्मीद नहीं थी। चटर्जी ने साथ ही कहा कि हालांकि इस विवाद को पेस ने मीडिया में अपने बयान से शुरू किया था। चटर्जी ने कहा,“ जो कुछ हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था और इसे टाला जा सकता था। देश के दो अनुभवी खिलाड़ियों का इस तरह उलझना अच्छी बात नहीं है। फिर भी हम इन दोनोंं से बात करेंगे और मतभेदों को सुलझाने का प्रयास करेंगे। फिलहाल हमें मुकाबले पर कप्तान की रिपोर्ट का भी इंतजार है।” उन्होंने कहा,“ जब चार खिलाड़ियों की टीम का चयन हो गया था तो फिर उसमें किसी और को रखने की गुंजाइश नहीं बची थी। बेहतर होता यदि पेस टीम के साथ रहकर खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते। उन्होंने मीडिया में जाकर जो विवाद खड़ा किया उसे टाला जा सकता था।” एआईटीए के महासचिव ने उज्बेकिस्तान के खिलाफ भारत की 4-1 की जीत पर खुशी जताते हुए कहा,“ यह अच्छा परिणाम रहा और हमारा टीम संयोजन भी अच्छा था। हम भविष्य के लिये एक मजबूत टीम तैयार कर रहे हैं। यूकी भांबरी और साकेत मिनैनी फिट होकर जब टीम में लौटेंगे तो कप्तान के पास विकल्प भी बढ़ जायेंगे। हमारा लक्ष्य डेविस कप के लिये एक मजबूत टीम बनाना है।”

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