पटना 10 अप्रैल, बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधानमंडल दल के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कथित मिट्टी-मॉल घोटाले में आज नया खुलासा करते हुये कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की पुत्री चंदा यादव को डिलाइट मार्केटिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड का निदेशक नियुक्त करते समय मुख्यमंत्री आवास के पते का दुरुपयोग किया गया। श्री मोदी ने कहा कि श्री यादव के बड़े पुत्र एवं राज्य के पर्यावरण एवं वन मंत्री तेजप्रताप यादव तथा छोटे पुत्र एवं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव केवल धोखाधड़ी कर 750 करोड़ रुपये के मिट्टी-माॅल घोटाले में ही संलिप्त नहीं है बल्कि चंदा यादव को अपनी कम्पनी डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड का निदेशक नियुक्त करते समय मुख्यमंत्री आवास के पते का भी बेजा इस्तेमाल किया है। भाजपा नेता ने कहा कि डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक के तौर पर चंदा यादव का पता सीएम हाउस, 1-अणे मार्ग दर्ज है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि श्री यादव के दोनों बेटे बतायें कि क्या वर्ष 2014 में जब चंदा यादव कम्पनी की निदेशक बनी तो उनका परिवार मुख्यमंत्री आवास में रहता था।
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या यह सच नहीं है कि श्री यादव की दोनों पुत्री चंदा यादव को 26 जून 2014 तथा रागिनी लालू को 30 सितम्बर 2016 को डिलाइट मार्केटिंग कम्पनी का निदेशक बनाया गया जबकि कल राजद अध्यक्ष इस बात से इनकार कर रहे थे। श्री मोदी ने कहा कि तेज प्रताप और तेजस्वी यादव ने कम्पनी रजिस्ट्रार के यहां दिए गए डिलाइट के कागजात पर निदेशक के नाते हस्ताक्षर किये तब क्या उन्हें यह मालूम नहीं था कि उनका वर्तमान पता मुख्यमंत्री आवास नहीं है। क्या मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री आवास के पते का दुरुपयोग जानबूझकर हैसियत और धौंस दिखाने के लिए नहीं किया गया। भाजपा नेता ने कहा कि जब श्रीमती राबड़ी देवी वर्ष 2005 में ही मुख्यमंत्री के पद से हट चुकी थी, फिर नौ वर्ष बाद लालू परिवार द्वारा मुख्यमंत्री आवास के पते का दुरुपयोग करने का क्या निहितार्थ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बतायें कि मुख्यमंत्री का नाम और मुख्यमंत्री आवास के पतेे का दुरुपयोग करने वालों पर कौन सी कार्रवाई करेंगे।

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