नयी दिल्ली, 18 अप्रैल, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने आज कहा कि देश की धरोहरों के संरक्षण के लिए युवाओं को बहुलवादी धरोहरों के महत्व के बारे में शिक्षित करना आवश्यक है। श्री अंसारी ने भारतीय ग्रामीण धरोहर एवं विकास ट्रस्ट द्वारा यहां विश्व धरोहर दिवस समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में यह विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और अन्य गण्यमान्य लोग उपस्थित थे। उपराष्ट्रपति ने कहा कि देश की धरोहरों का संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए युवाओं को बहुलवादी धरोहरों के महत्व के बारे में शिक्षित करना सबसे अच्छा तरीका है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति अपने बहुलवादी और सामासिक चरित्र के कारण अन्य संस्कृतियों से विशिष्ट है और इसमें समय-समय पर विभिन्न सांस्कृतिक धाराएं आकर मिलती रही हैं। श्री अंसारी ने कहा कि भारतीय संस्कृति की यह विविधता नये और विभिन्न तत्वों के प्रति सहिष्णुता के कारण ही नहीं है बल्कि यह इनकी स्वीकृति के कारण भी है। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि वैश्वीकरण के इस दौर में भी भारतीय संस्कृति अपनी पहचान कायम रखने में न केवल सफल रहेगी बल्कि वैश्वीकृत संस्कृति में अपना एक आयाम भी जोड़ेगी।
मंगलवार, 18 अप्रैल 2017
युवाओं को धरोहरों के संरक्षण के लिए शिक्षित किया जाए : अंसारी
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