बासुकिनाथ धाम के इतिहास में एक नया अध्याय संस्कार सह प्रशासनिक भवन का निर्माण : डीसी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

विजयी विश्व तिरंगा प्यारा , झंडा ऊँचा रहे हमारा। देश की आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने पर सभी देशवासियों को अनेकानेक शुभकामनाएं व बधाई। 'लाइव आर्यावर्त' परिवार आज़ादी के उन तमाम वीर शहीदों और सेनानियों को कृतज्ञता पूर्ण श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए नमन करता है। आइए , मिल कर एक समृद्ध भारत के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं। भारत माता की जय। जय हिन्द।

शनिवार, 20 मई 2017

बासुकिनाथ धाम के इतिहास में एक नया अध्याय संस्कार सह प्रशासनिक भवन का निर्माण : डीसी

basukinath-new-dmin-block
दुमका (अमरेन्द्र सुमन),  उपायुक्त दुमका सह अध्यक्ष मंदिर न्यास समिति, बासुकिनाथधाम दुमका राहुल कुमार सिन्हा ने दिन मंगलवार को बासुकिनाथधाम मंदिर परिसर में संस्कार सह प्रशासनिक भवन का उद्घाटन किया। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ उद्घाटन में जरमुण्डी विधायक बादल पत्रलेख व पूर्व सांसद व न्यास समिति के वरिष्ठ सदस्य अभयकान्त प्रसाद ने भी पूजा-अर्चना में हिस्सा लिया। इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि इसका श्रेय पूरी टीम, जन प्रतिनिधियों व पंडा समाज को जाता है जिन्होेंने इसके निर्माण में हर तरह से सहयोग किया है। सबके प्रति हृदय से आभार प्रकट करते हुए उपायुक्त ने कहा कि यह श्रद्धालुओं के उपयोग में आयेगा तथा महत्वपूर्ण अवसरों पर प्रशासनिक दृष्टि से नियंत्रण रखने में सुविधा होगी। जरमुण्डी विधायक बादल पत्रलेख ने कहा कि यह एक दूरगामी पहल है तथा इसके लिए लोग उपायुक्त के योगदान को याद रखेंगे। पूर्व सांसद अभयकान्त प्रसाद ने अपनी शुभकामनायें देते हुए कहा कि मंदिर परिसर के विस्तार से श्रद्धालुओं को सुविधा होगी तथा महत्वपूर्ण अवसरों पर भीड़ को भी आसानी से नियंत्रित किया जा सकेगा। श्रावणी मेला और व्यवस्थित हो जायेगा। ज्ञात हो कि हंडवा स्टेट द्वारा निर्मित सैकड़ों वर्ष पुराना प्रसिद्ध वासुकिनाथधाम मंदिर का संचालन वासुकिनाथ मंदिर न्यास समिति के द्वारा किया जाता है। श्रद्धालुओं की प्रत्येक वर्ष बढ़ती संख्या को देखते हुए यह आवष्यक हो गया था कि मंदिर परिसर का विस्तार हो। मंदिर के दक्षिण में कलकतिया धर्मषाला का संचालन कोलकाता की श्रीमती सुषमा पोद्दार एवं श्री ओमप्रकाष पोद्दार के द्वारा किया जाता रहा है। यह भवन कुल 156 ग 60 वर्गफीट में बना हुआ था तथा मंदिर के दक्षिणी दीवार से सटा हुआ था।  धर्मषाला की प्रतिवर्ष होती क्रमषः जीर्णता तथा मंदिर से ठीक सटे होने के कारण धर्मषाला की व्यवहारिक अनुपयोगिता को ध्यान में रखते हुए दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने फरवरी 2016 में नव वर्ष की शुभकामनायें देते हुए लोक कल्याण के लिए कलकतिया धर्मषाला के उत्तरी ओर लगभग 156ग30 वर्गफीट जमीन स्वेच्छा से दान देने का अनुरोध किया। सुषमा पोद्दार तथा ओम प्रकाष पोद्दार उपायुक्त से आकर दुमका में मिले तथा उन्हांेने उपायुक्त के प्रस्ताव पर सहर्ष स्वीकृति दी। सुषमा पोद्दार तथा ओम प्रकाष पोद्दार ने कहा कि पहली बार न्यास समिति के अध्यक्ष सह उपायुक्त ने हमें इतना मान दिया है। उन्होंने उपायुक्त के इस पहल की सराहना की। सुषमा पोद्दार तथा ओम प्रकाष पोद्दार ने विगत कई वर्षों से उच्च न्यायालय झारखण्ड रांची के समक्ष इससे संबंधित वाद को न्यायालय से वापस ले लिया। धर्मषाला का आधा भू-भाग 30ग156 वर्गफीट मंदिर न्यास समिति बासुकिनाथ के नाम से दे दिया गया। कलकतिया धर्मषाला का आधा भूभाग मंदिर न्यास समिति को उपलब्ध हो जाने के बाद संस्कार सह प्रषासनिक भवन का निर्माण के लिए उपायुक्त ने पहल की तथा रिकार्ड समय सीमा में इसका निर्माण पूरा किया। पुराने जीर्ण भवन को हटाने तथा नये दो मंजिले भवन के निर्माण पर लगभग देड़ करोड़ का व्यय संभावित है।  उद्घाटन अवसर पर बासुकिनाथ मंदिर न्यास समिति के सचिव जयप्रकाश झा, उप निदेशक जनसम्पर्क अजय नाथ झा, मंदिर प्रभारी व प्रखंड विकास पदाधिकारी जरमुण्डी, संजय दास, अंचल अधिकारी परमेश कुशवाहा, कार्यपालक पदाधिकारी नगर पंचायत ज्योति कुमार सिंह, कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण रामेश्वर दास, पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष मनोज पंडा, अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा बासुकिनाथ इकाई के अध्यक्ष पडित जितेन्द्र झा, सदस्य रूपेश झा लाली, कुन्दन झा, कुन्दन पत्रलेख, सारंग झा, विश्वम्भर राव, तेजनारायण पत्रलेख, चन्द्रशेखर झा, मदन झा, गणेश झा व बड़ी संख्या में मंदिर के पंडागण, स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।

कोई टिप्पणी नहीं: