संतोष कुमार,बलिया,बेगूसराय। इन दिनों शहर में इतनी गर्मी है जिसका कोई जवाब नहीं सच जानिये तो दिन भर तेज़ धूप की तपिश को झेलते झेलते लोग शाम होते ही ठंढी हवा की तलाश में कहीं न कहीं खुली हवा में बैठने की जगह ढूढ़ने लगते हैं ताकि गर्मी की जलन को थोड़ी कम कर सकें लेकिन बलिया थाना प्रभारी रत्नेश कुमार बेवजह बलिया ब्लॉक मैदान में बैठे लोगों को अक्सर परेशान करने शाम को पहुंच जाते है और गाली गलौज करते हैं।बलिया थाना प्रभारी के इस अमानविय और क्रूरतापूर्ण व्यवहार को किस नाम से नवाजा जाय ये सहज ही सोचने का विषय है।सूत्रों की मानें तो रत्नेश कुमार यहां पिछले लगभग 4-5 वर्षों से जमे हुए हैं और अपना नाजायज़ रुतबा भी आम जनता को दिखाते रहते हैं।आरक्षी अधीक्षक बेगुसराय को चाहिए की वर्षों से जमे इस थाना प्रभारी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई अवश्य करें ताकि प्रशासन में आम लोगों का विश्वास बना रहे।बताते चलें कि कुछ लोगों ने बलिया थानाध्यक्ष रत्नेश कुमार के इस अमानविय रवैये के ख़िलाफ़ मुझे बताया था तो बतौर निरीक्षक सत्यता की जांच हेतु मैं उक्त स्थान लगभग 07:30से8:30 बजे शाम लगातार दो तीन दिन बैठा तो क़ानून भक्त श्रीमान ने मेरे ही साथ वो हरकत कर दिया जिसकी चर्चा मैं ऊपर कर चुका हूँ।प्रत्येक शाम को आम लोग बलिया ब्लॉक मैदान में गर्मी से राहत के लिए रात्रि 09-09:30 तक बैठते हैं।क्या वहां बैठना ग़ैर क़ानूनी है?अगर है तो वहां प्रशासनिक सूचना लगा देनी चाहिए और अगर ग़ैर कानूनी नहीं है तो ऐसे अभद्र व्यवहार के लिए ऐसे ऑफिसर के ख़िलाफ़ उचित कार्रवाई अवश्य करना चाहिए।
सोमवार, 22 मई 2017
बेगूसराय : उफ़ ये गर्मी और थाना का क़हर
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