बिहार : वर्तमान सरकार ने ही दलित समुदाय को महादलित समुदाय बनाया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 2 मई 2017

बिहार : वर्तमान सरकार ने ही दलित समुदाय को महादलित समुदाय बनाया

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पटना। वर्तमान सरकार ने ही दलित समुदाय को महादलित समुदाय बना दिया है। और कहा कि ऐसा करने से हाशिए पर रहने वाले समुदाय का हम समुचित कल्याण और विकास कर पाएंगे। इसके मद्देनजर राज्य महादलित आयोग बना। इसके अलावे महादलित विकास मिशन भी गठित किया गया। राज्य महादलित आयोग के प्रथम अध्यक्ष ने अनुशंसा सरकार को दी। परन्तु क्रियान्वयन धरती पर उतरी नहीं। अगर उतरी भी तो कागज में ही सिमट कर रह गयी। अगर सही मायने में कार्य होता रहता था तो 30 साल की पूनम देवी को इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ता। भटकने के बाद एक जगह बैठकर नहीं रह जाती। यह हाल देखा जा सकता है महादलित बहुल्य चीना कोठी में। यहां के लोग कई तरह की बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे हैं। खैर, वार्ड नम्बर-26 और 27 के सीमांत नाला के किनारे बैठी हैं पूनम देवी। वह शत्रुध्न धांगड़ की पत्नी है। दोनों के सहयोग से 3 संतान हैं। 1 लड़का और 2 लड़की। इस समय रौशनी कुमारी 3 साल की हैं। इसके जन्म लेने के बाद ही मां पूनम देवी की बच्चादानी योनि से बाहर हो गयी है। सूबे के सबसे बड़ा अस्पताल पीएमसीएच में दिखाया गया। गरीब परिवार के पास संग्रहित रािश खर्च करने के बाद भी बच्चादानी को यथास्थान पर रखी नहीं जा सकी। इस बीच भोजन की कमी के कारण पूनम देवी के शरीर में कम रक्त हो गया है। वह तीव्र रक्तहीनता की शिकार हो गयी है। चिकित्सकों का कहना है कि सर्वप्रथम पूनम देवी को 5 से 6 यूनिट ब्लड चढ़ाना पड़ सकता है। तब जाकर आॅपरेशन करने के बारे में सोचा जा सकता है। 


आखिरकार रक्तदान कौन करेंगा? समाज के किनारे रहने वाले महादलितों को रक्तदान कौन करेंगा। यह बड़ी समस्या है। अज्ञानता के कारण परिवार के लोग कदापि रक्तदान नहीं करेंगे। वह भी 5 से 6 यूनिट रक्त की मांग की जा रही है। इस तरह 6 लोगों को तैयार करना होगा। पेशेवर डोनर से रक्त लेना ही नहीं है। परिवार के लोग ही विशुद्ध रक्तदान करेंगे। मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता कोष से राशि देने का आग्रहः तीन बच्चों की मां पूनम देवी ने सीएम नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव से से आग्रह किया है कि इस बीमारी से निजात दिलवाने के लिए राशि विमुक्त की जाए। सूत्रों का कहना है कि अव्वल रोगी पूनम देवी को आवेदन लिखना होगा। आवेदन असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के नाम से लिखना होगा। इस आवेदन में बीमारी का जिक्र करना होगा। इस आवेदन पर असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी अनुशंसा करके आवेदन को स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक प्रमुख के पास अग्रसारित कर देंगे। 

आवेदन के साथ साथ दस्तावेज भी जरूरीः रोगी को किसी महिला रोग विशेषज्ञ चिकित्सक से दिखाना होगा। महिला रोग विशेषज्ञ चिकित्सक मर्ज पर खर्च होने वाली राशि को अनुमान लगाकर प्राक्कलित राशि का ब्यौरा तैयार करके रोगी को देगीं। इसके अलावे रोगाी को आय प्रमाण पत्र बनवाना होगा। पटना सदर प्रखंड में आवेदन देकर आय प्रमाण पत्र बनवाना होगा। आवेदन,प्राक्कलित राशि का ब्यौरा और आय प्रमाण पत्र को विकास भवन नया सचिवालय में जमा करना होगा। इस आवेदन के आलोक में निदेशक प्रमुख बैठक में निर्णय लेकर राशि विमुक्त करेंगे। राशि प्रत्यक्ष रूप विमुक्त नहीं होगी। अस्पताल के माध्यम से राशि खर्च होगी। वार्ड नम्बर-27 के भावी प्रत्याशी रामसेवक राम ने वादा किया है कि पूनम देवी के आवेदन लिखना और उचित स्थान पर प्रेषित करने की जिम्मेवारी ले रहे हैं। 

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