‘पत्रकार सुरक्षा कानून‘ की मांग : सत्रह सूत्रीय मांग पत्र मुख्यमंत्री प्रतिनिधि को सौंपा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 2 मई 2017

‘पत्रकार सुरक्षा कानून‘ की मांग : सत्रह सूत्रीय मांग पत्र मुख्यमंत्री प्रतिनिधि को सौंपा

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लखनऊ (सुरेश गांधी )। मजदूर दिवस के मौके पर सोमवार को लखनऊ की सड़कों पर पत्रकारों ने सॉलिडेरिटी मार्च निकाला। इस दौरान पत्रकारों ने भारत सरकार एवं राज्य सरकार से पत्रकारो की सुरक्षा की मांग की। कहा, दुनिया के कई देशों में पत्रकार सुरक्षा कानून हैं, जो पत्रकारों को सही और सच्ची खबर लाने के लिये प्रोत्साहित करते हैं। लेकिन भारत आज भी पत्रकार सुरक्षा कानून से वंचित है। अतः सरकार भारत में तत्काल प्रभाव से ‘पत्रकार सुरक्षा कानून‘ बनाकर लागू किया जाय। प्रेस क्लब के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने कहा, जब तक लोकतंत्र के प्रहरी पत्रकार - मीडियाकर्मी की आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो जाती तब तक किस तरह एक स्वस्थ लोकतंत्र की कल्पना की जा सकती है और किस तरह भारत विश्व में निष्पक्ष भयहीन और स्वतंत्र मीडिया होने का दम्भ भर सके। इस मौके पर पत्रकारों ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित कानून सुरक्षा संबंधी 17 सूत्रीय मांग पत्र भी सौंपा। जो इस प्रकार है- 


1- पत्रकार सुरक्षा कानून अविलम्ब लागू हो। 
2- पत्रकार - मीडियाकर्मी पर कवरेज के दौरान हमले को विषेश कानून के तहत दर्ज किया जाए।
3- पत्रकार - मीडियाकर्मी को कवरेज करने से रोकने को सरकारी काम में बाधा की तरह देखा जाए।
4- पत्रकार - मीडियाकर्मी पर दर्ज हुए मामलों की पहले स्पेशल सेल के तहत जांच की जाए, मामले की पुष्टि होने पर ही केस दर्ज किया जाए।
5- पत्रकार - मीडियाकर्मी पर दर्ज हुए मामले की जांच के लिये कम से कम पीसीएस या आईपीएस अधिकारी द्वारा जांच हो।
6- यदि पत्रकार - मीडियाकर्मी पर झूठा मामला दर्ज किया जाता है और उसकी पुष्टि होती है तो झूठा मुकदमा करने वालों के खिलाफ आजीवन कारावास और अधिकतम जुर्माने का प्रावधान हो।
7- पत्रकार - मीडियाकर्मी की हत्या को रेयरेस्ट क्राइम के अंतर्गत रखा जाए।
8- पत्रकार - मीडियाकर्मी की कवरेज के दौरान दुर्घटना या मृत्यू होने पर निःशुल्क बीमा प्रदान किया जाए।
9- कवरेज के दौरान घायल हुए पत्रकार - मीडियाकर्मी का इलाज सरकारी अथवा निजि अस्पताल में निरूशुल्क किया जाए।
10- यदि पत्रकार - मीडियाकर्मी के परिजनो पर रंजिशन हमला किया जाता है तो उनका इलाज सरकारी अथवा निजि अस्पताल में निःशुल्क किया जाए।
11- कवरेज के दौरान अथवा किसी मिशन पर काम करते हुए पत्रकार - मीडियाकर्मी की मृत्यु होने पर उसके परिजन को सरकारी नौकरी दी जाए। 
12- पत्रकार - मीडियाकर्मी को आत्म सुरक्षा हेतु लाइसेंस इश्यू किया जाए।
13-  सभी पत्रकार - मीडियाकर्मी को कवरेज के लिये राज्य तथा केन्द्र की ओर से आई-कार्ड जारी किया जाए। 
14-  प्रशासनिक व विभागीय बैठकों में पत्रकारों की उपस्थिति अनिवार्य हो।
15- पत्रकार - मीडियाकर्मी को कवरेज हेतु आवागमन के लिये आधे किराये का प्रावधान हो, तथा रेलवे में यात्रा के लिये शीघ्र आरक्षण का प्रावधान हो। 
16- पत्रकार - मीडियाकर्मी के लिये टोल टैक्स में छूट प्रदान की जाए। 
17- यदि पत्रकार - मीडियाकर्मी को धमकियां मिले तो उसकी सुनवाई शीघ्र हो तथा उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए। 
सामाजिक सुरक्षा हेतु संस्तुतियां, जो इस प्रकार है - 

1-  राज्य एवं केन्द्र के स्तर पर पत्रकार आर्थिक सुरक्षा निधि योजना का संचालन हो। 
2- 10,000 का निःशुल्क बीमा सुनिश्चित हो।
3- गम्भीर बीमारी की स्थिति में अच्छे अस्पताल में निःशुल्क इलाज की व्यवस्था हो।
4- पत्रकार - मीडियाकर्मी के लिये स्वास्थ्य बीमा योजना हो।
5- जिस तरह किसान ऋण योजना है उसी प्रकार पत्रकार - मीडियाकर्मियो हेतु ऋण योजना बैंको द्वारा संचालित हो।
6- पत्रकार - मीडियाकर्मियों हेतु कार्यालय योजना हो जिसमें सस्ते व आसान किश्तों पर कार्यालय उपलब्ध हों। 
7- प्रिंटिंग प्रेस लगाने हेतु विषेश पैकेज व्यवस्था हो तथा प्रिंटिंग प्रेस पर आयत शुल्क में रियायत हो। 
8-  पत्रकार - मीडियाकर्मियों के बच्चों के लिये अच्छे शिक्षण संस्थानों में कोटा हो अथवा उनकी फीस में रियायत हो।
9- पत्रकार - मीडियाकर्मी हेतु आवास योजना हो, जिसमें सस्ते व आसान किश्तों पर आवास उपलब्ध हों।

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