नई दिल्ली, 20 मई, मुख्य निर्वाचन अायुक्त नसीम जैदी के इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में छेड़छाड़ किये जाने को लेकर शिकायतकर्ताओं से कोई सबूत प्राप्त नहीं होने की टिप्पणी पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि चुनाव आयोग ने कभी इसके लिए इवीएम उपलब्ध ही नहीं करायीं। श्री केजरीवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “सर (नसीम जैदी), आपने कभी मशीनें उपलब्ध ही नहीं करायी। इससे पूर्व श्री जैदी ने का था कि ईवीएम में छेड़छाड़ किये जाने के आरोप लगाने वाले राजनीतिक दलों ने अपनी शिकायत में कोई सबूत नहीं दिये थे। चुनाव आयुक्त ने इवीएम के साथ हैकिंग किये जाने की आशंकाओं से इनकार करते हुए कहा था कि चुनाव पैनल तीन जून से प्रारंभ होने वाले विभिन्न सत्रों में राजनीतिक दलों को ईवीएम को हैक करने की अनुमति देगी। उन्होंने कहा, “यह वह मशीन होगी जो हाल ही में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में प्रयोग में लायी गयी थीं। राजनीतिक पार्टियां मशीनों के साथ दो तरीकों से छेड़छाड़ करने की कोशिश कर सकती हैं। वे मशीनों की विभिन्न चाबियों का इस्तेमाल कर सकती है अथवा मोबाइल अथवा ब्लूटूथ आदि जैसे कुछ अन्य उपकरणों का उपयोग करके ईवीएम के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश कर सकती हैं। ” डॉ़ जैदी ने कहा, “राजनीतिक दल पांच राज्यों में हुए हाल के चुनाव में से चार मतदान केंद्रों के चार मशीनों का चयन कर सकते हैं और इनमें से प्रत्येक पार्टियां इन मशीनों के साथ छेड़छाड़ की कोशिश करने के लिए तीन अधिकृत व्यक्तियों को नामांकित कर सकती हैं।
नई दिल्ली, 20 मई, मुख्य निर्वाचन अायुक्त नसीम जैदी के इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में छेड़छाड़ किये जाने को लेकर शिकायतकर्ताओं से कोई सबूत प्राप्त नहीं होने की टिप्पणी पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि चुनाव आयोग ने कभी इसके लिए इवीएम उपलब्ध ही नहीं करायीं। श्री केजरीवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “सर (नसीम जैदी), आपने कभी मशीनें उपलब्ध ही नहीं करायी। इससे पूर्व श्री जैदी ने का था कि ईवीएम में छेड़छाड़ किये जाने के आरोप लगाने वाले राजनीतिक दलों ने अपनी शिकायत में कोई सबूत नहीं दिये थे। चुनाव आयुक्त ने इवीएम के साथ हैकिंग किये जाने की आशंकाओं से इनकार करते हुए कहा था कि चुनाव पैनल तीन जून से प्रारंभ होने वाले विभिन्न सत्रों में राजनीतिक दलों को ईवीएम को हैक करने की अनुमति देगी। उन्होंने कहा, “यह वह मशीन होगी जो हाल ही में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में प्रयोग में लायी गयी थीं। राजनीतिक पार्टियां मशीनों के साथ दो तरीकों से छेड़छाड़ करने की कोशिश कर सकती हैं। वे मशीनों की विभिन्न चाबियों का इस्तेमाल कर सकती है अथवा मोबाइल अथवा ब्लूटूथ आदि जैसे कुछ अन्य उपकरणों का उपयोग करके ईवीएम के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश कर सकती हैं। ” डॉ़ जैदी ने कहा, “राजनीतिक दल पांच राज्यों में हुए हाल के चुनाव में से चार मतदान केंद्रों के चार मशीनों का चयन कर सकते हैं और इनमें से प्रत्येक पार्टियां इन मशीनों के साथ छेड़छाड़ की कोशिश करने के लिए तीन अधिकृत व्यक्तियों को नामांकित कर सकती हैं।
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