केवल बंगाल ही असहिष्णुता को रोक सकता है : ममता बनर्जी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

विजयी विश्व तिरंगा प्यारा , झंडा ऊँचा रहे हमारा। देश की आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने पर सभी देशवासियों को अनेकानेक शुभकामनाएं व बधाई। 'लाइव आर्यावर्त' परिवार आज़ादी के उन तमाम वीर शहीदों और सेनानियों को कृतज्ञता पूर्ण श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए नमन करता है। आइए , मिल कर एक समृद्ध भारत के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं। भारत माता की जय। जय हिन्द।

शुक्रवार, 12 मई 2017

केवल बंगाल ही असहिष्णुता को रोक सकता है : ममता बनर्जी

only-bangal-can-stop-intolerance-mamta-banerjee
कोलकाता,11 मई, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज कहा कि सिर्फ बंगाल ही देश में धर्म के नाम पर जारी असहिष्णुता पर विराम लगा सकता है। सुश्री बनर्जी ने राणी रश्मानी एवेन्यू पर बुद्ध जयंती समारोह का शुभारंभ करते हुए कहा,“ बंगाल अपने धर्मनिरपेक्ष समाज के लिए जाना जाता है, जहां हर धर्म के लोग समान उत्साह के साथ अपने त्योहार मनाते हैं। ” उन्होंने कहा कि बुद्ध ने सही दृष्टि, सही काम, सही याददाश्त और निर्वाण के सही तरीके के बारे में बताया था। यह बुद्ध के अष्टांग मार्ग से स्पष्ट है कि वह न केवल एक धार्मिक उपदेशक थे बल्कि एक दार्शनिक भी थे। ” मुख्यमंत्री ने कहा, “शांति स्थापित करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को योगदान देना होगा। आज हम बुद्ध के मार्ग के बताये रास्ते को समझते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्म का अर्थ है प्यार, विश्वास और मानवता। इसका अर्थ ईर्ष्या और हिंसा से दूर रखना भी होता है। महत्वपूर्ण यह है कि लोग क्या चाहते हैं। धर्म यह निर्धारित नहीं करता है कि कौन क्या खाता है, क्या पहनता है, किन आयोजनों में भाग लेता है, या उसकी त्वचा का रंग क्या है।

कोई टिप्पणी नहीं: