मधुबनी : तीस लाख की विजली तार चोरी के मामले में अज्ञात चोरो के खिलाफ आरोप पत्र समर्पित। - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 6 मई 2017

मधुबनी : तीस लाख की विजली तार चोरी के मामले में अज्ञात चोरो के खिलाफ आरोप पत्र समर्पित।

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मधुबनी/अंधराठाढी (मोo आलम ), तीस लाख रूपये से अधिक मूल्य के विजली तार की चोरी के मामले में रूद्रपुर थाना पुलिस ने न्यायालय में अज्ञात चोरो के खिलाफ आरोप पत्र समर्पित किया है।विद्युत आपूर्ति प्रशाखा अंधराठाढी के अधिन विजली तार चोरी की यह अब तक की सबसे बडी घटना  थी। घटना के बाद विद्युत आपूर्ति कार्यालय ने पहले प्राथमिकी दर्ज कराने से कतराया। मामला तूल पकडने पर घटना के पॉच माह बाद कनिय अभियंता मो सरवर आलम की शिकायत पर रूद्रपुर थाना में 1दिसम्वर 2015 को अज्ञात चोरो के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई थी। वताते चले कि 9 जुलाई 2015 की रात अज्ञात चोरो ने कुल इक्कीस खंभो के विजली तार की चोरी की थी। चोरो ने ट्रेक्टर से विजली खंभो को भी धरासायी कर दिया था। चोरी की घटना के वाद ठाढी गॉव में विजली की आपूर्ति ठप्प हो गयी थी । आम लोग मुख्य सडक को जाम कर प्रदर्शन किया। आरक्षी अधीक्षक के पहल पर मामला रूद्रपुर थाना में काण्ड संख्या 100/15दर्ज हुआ । लोगो के जेहेन में यह सवाल आज भी वरकरार है कि  इतनी बडी तार चोरी की घटना के बाद भी आखिरकार चोरी की विजली तार को जमीन निगल गयी या मामला खानापुरी कर रफादफा तो नहीं हो गया । दवी जुवान में  विभागीय कर्मियो की संलिप्तता की चर्चा आज भी है।जाहिर है कि इक्कीस खंभो को गिराने तार काटने और ढो कर ले जाने में चोरो को घंटो समय लगा होगा ।चोरो की संख्या भी अधिक रही होगी । चोरी में प्रयुक्त टेक्टर की आवाज भी दूर दूर तक सूनी गयी होगी।  इधर विद्युत विभाग के एक सेवा निवृत कर्मी रत्नेश्वर झा एवं प्रो अगहनु साह ने महामहीम राज्यपाल को खुला पत्र लिख कर उपरोक्त कांड को उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होने विभाग और पुलिस की कारवाई पर लिपापोती करने का आरोप लगया है।  कहते है आरक्षा अधीक्षक दिपक वर्णवाल आरोप प्रत्यारोप में निर्दोश लोगो के खिलाफ कारवाई नहीं की जा सकती है। जवतक की ठोस साक्ष्य उपलव्ध नहीं हो जाय।

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