रांची 17 मई, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज कहा कि ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा को मजबूत बनाने के लिए शीघ्र ही डॉक्टरों की नियुक्ति की जाएगी और उन्हें 20 प्रतिशत अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। श्री दास ने यहां रांची आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) परिसर में पार्किंग स्टेडियम और मैकेनाइज्ड लौन्ड्री का उद्घाटन करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि बीएस सामुदायिक स्वास्थ्य पाठ्यक्रम लांच किया जा रहा है। छात्रों का पाठ्यक्रम पूरा होते ही उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो में नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य में सहायक का पद सृजित करने के लिए अलग से नियम लाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीजों की साफ-सफाई के लिए मैकेनाइज्म लौन्ड्री की शुरुआत सरकार की ओर से उठाया गया एक बड़ा कदम है। इससे मरीजों को साफ बेडशीट, कंबल, तौलिया और गाउन उपलब्ध कराने में आसानी होगी। इस अवसर पर श्री दास ने चिकित्सा महाविद्यालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए पावर ग्रिड द्वारा उपलब्ध कराये गये 20 एंबुलेंस की सेवाएं भी शुरू की। श्री दास ने कहा कि पड़ोसी राज्यों बिहार, ओडिशा एवं छत्तीसगढ़ से मरीज रिम्स में इलाज कराने आते हैं। उनके लिए शीघ्र ही पांच करोड़ रुपये की लागत से एक शयनगृह का निर्माण कराया जाएगा। मरीज और उनके परिजनों के लिए यहां सस्ती दर पर भोजन की भी व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में नर्सिंग पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। इससे लड़कियों को नौकरी मिलने के साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों की कमी भी दूर की जा सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वस्थ्य झारखंड निर्माण के लिए अभी भी कई आवश्यक कदम उठाये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल ने मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना को मंजूरी दी है, जिससे राज्य की 80 प्रतिशत आबादी को लाभ होगा। उन्होंने अधिकारियों से इस योजना के बारे में लोगों के बीच जागरुकता फैलाने को कहा। श्री दास ने इस अवसर पर चिकित्सकों के बीच नियुक्ति पत्र भी बांटे और कहा कि उन्हें लगन भाव से काम करना चाहिए और काम में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाने के लिए सिविल सर्जनों को उनके क्षेत्र में अल्ट्रासाउंड मशीनों का पंजीकरण करवाने का आदेश दिया। उन्होंने अधिकारियों और स्वास्थ्यकर्मियों से अस्पताल परिसर में स्वच्छता बनाये रखने की अपील की। इसके अलावा उन्होंने लोगों से सरकारी अस्पतालों में निजी अस्पतालों की तरह व्यवस्था बनाने के लिए सलाह भी मांगी। इस अवसर पर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी भी उपस्थित थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें