दुमका : तूफान से हुए भारी नुकसान का मंत्री ने लिया जायजा, डीसी ने विभागीय अधिकारियों को दिये निदेश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 2 मई 2017

दुमका : तूफान से हुए भारी नुकसान का मंत्री ने लिया जायजा, डीसी ने विभागीय अधिकारियों को दिये निदेश

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अमरेन्द्र सुमन (दुमका) , 30 अप्रैल की शाम दुमका में विनाशकारी आंधी व तूफान से दुमका जिले में हुए नुकसान पर दुःख प्रकट करते हुए सूबे की समाज कल्याण मंत्री डा0 लुईस मराण्डी ने कहा कि जल्द ही सबकुछ सामान्य हो जाएगा। बिजली, पानी व अन्य व्यवस्था  बहाली के लिये जिला प्रशासन की ओर से किये जा रहे राहत कार्यों की जानकारी मंत्री ने जिले के डीसी राहुल कुमार सिन्हा से ली। उन्होंने कहा दुमका में जल्द से जल्द नागरिक सुविधाएं बहाल हांे व आंधी-तूफान से जिन्हें नुकसान हुआ हो उन्हें आपदा प्रबंधन की योजनाओं के तहत राहत पहुँचायी जाय। लोहरदग्गा में एक कार्यक्रम के दौरान ही डा0 मराण्डी ने दुमका का समाचार प्राप्त कर डीसी दुमका से वार्ता किया। विदित हो 30 अप्रैल 2017 की शाम हवा के कम दवाब क्षेत्र बन जाने के कारण उप राजधानी दुमका के तमाम प्रखण्डों सहित जिला मुख्यालय में तेज आंधी, तूफान व बारिस हुई थी। सैकड़ों फल-फूल व सड़क किनारे छायादार पेड़ों सहित बिजली के खम्भे हवा के तेज झोकों में उखड़ व उड़ गए। विद्युत व पेयजल व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी। पानी व विद्युत की आपूर्ति बाधित हो गयी। कई घरों के छप्परों को नुकसान हुआ। इसी दिन देर शाम को विद्युत विभाग के सभी अभियंता तथा कर्मियों से तत्पर होकर कार्य करने का निदेश डीसी दुमका ने तत्काल दिया। विद्युत विभाग के लिये बड़ी चुनौती थी, बिजली के तार जमीन पर थे, कहीं ट्रांसफरमर भी गिर गया था। एक नम्बर फीडर में देर रात ही विद्युत व्यवस्था बहाल कर दी गई। 2 नम्बर और 4 नम्बर फीडर में नुकसान अधिक था। उपायुक्त ने तड़के सुबह पूरे जिला का जायजा लिया तथा नगर तथा आसपास क्षेत्र का भ्रमण कर स्थिति को देखा। तत्काल सुबह ही अधिकारियों की आपात बैठक बुलाते हुए कई दिषा निर्देष दिया। उन्होंने कहा कि सभी तकनीकी विभाग जिनके पास कार्य के लिए जेसीबी है वे सड़कों पे निकल जायें तथा गिरे हुए पेड़ों को किनारे कर यातायात बहाल करें। उन्होंने विद्युत विभाग की समीक्षा में पाया कि तार, पोल, ट्रांसफरमर तथा अन्य सामग्री विभाग में है। उन्होंने युद्ध स्तर पर कार्य में जुट जाने का निदेष दिया। बाधित पेयजल की आपूर्ति दोपहर 12 बजे तक बहाल हो गयी तथा 2 और चार फीडर चालु करने की दिषा में तत्पर कार्य चल रहा है।  उपायुक्त ने जिला के सभी 10 प्रखंड के बीडीओ एवं सीओ को निदेष दिया कि वे अपने क्षेत्रों में नुकसान का जायजा ले तथा जिन घरों के छप्परों को नुकसान हुआ है वहां कर्मचारी से रिपोर्ट लेकर तुरत राहत पहुंचायें। उन्होंने कहा कि यदि कोई बेघर हो गये है तो उसे ‘शेल्टर’ भी प्रदान किया जाय। उपायुक्त ने बड़ी संख्या में ग्रामीणों तथा नगर के लोगों के आगे आकर कार्य करने की सराहना की। 

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