छात्रों की जब गलती नहीं तो रिजल्ट सुधार के लिए पैसा क्यों? राज्य भर में आंदोलन जारी रखने की चेतावनी, जनशक्ति प्रेस में संवाददाता सम्मेलन आयोजित, 6 जून को भूख हड़ताल की चेतावनी, 6 को पूरे राज्य में निकालेंगे न्याय मार्च।
पटना:- आॅल इण्डिया स्टूडेण्ट्स फेडरेशन इंटर परीक्षाफल मामले में मुख्यमंत्री के बयान का स्वागत किया है। लेकिन साथ ही परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर के उस बयान जिसमंे रिटोटलिंग की बात कहते हुए उसे 12 जून तक आवेदन जमा कराने की बात कही गयी है। मुख्यमंत्री के बयान के विपरीत बताया है तथा पुनर्मूल्याकन होने की स्थिति में ही न्याय सुनिश्चित होने की बात कही है। ए॰आई॰एस॰एफ॰ के नेताओं ने आज जनशक्ति प्रेस में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह स्पष्ट हो चुका है कि इंटर की काॅपियों का मूल्यांकन, वित्तरहित व माध्यमिक शिक्षकों के मूल्यांकन बहिघ्कार की स्थिति मंे मिडिल, प्राइमरी व प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों ने किया है। जब छात्रों की गलती ही नहीं तो उनसे सुधार के लिए पैसा क्यों वसूल किया जा रहा है। जितने बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है अगर कम्पाटमेंटल् की परीक्षा भी छात्रों को देनी पड़े तो परीक्षा समिति को गारंटी करना चाहिए कि कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। ए॰आई॰एस॰एफ॰ ने कल 2 जून को इंटर परीक्षा में व्यापक गड़बड़ी के खिलाफ प्रदर्शन का ऐलान किया है। साथ ही मांगों की पूर्ति नहीं होने भी स्थिति में 6 जून को परीक्षा समिति के गेट पर भूख हड़ताल करने की चेतावनी दी है एवं 6 जून को ही पूरे राज्य मंे न्याय मार्च निकालने का आह्वान किया है। संवाददाता सम्मेलन में ए॰आई॰एस॰एफ॰ राज्य कार्यकारिणी की आपात बैठक खत्म होने के बाद बुलायी गयी थी। संवाददाता सम्मेलन में ए॰आई॰एस॰एफ॰ के राज्य अध्यक्ष परवेज आलम, राज्य सचिव सुशील कुमार राज्य उपाध्यक्ष अमीन हमजा, सुशील उमाराज, राज्य सह सचिव अकाश गौरव, रंजीत पंडित एवं राज्य कोषाध्यक्ष सरिता कुमारी मौजूद थे।
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