नयी दिल्ली, 22 अगस्त, तीन तलाक के मुद्दे पर अदालत में याचिका दायर करने वाली शायरा बानो ने उच्चतम न्यायालय के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि इस फैसले से नयी पीढ़ी की मुस्लिम औरतों को फायदा होगा और उन्हें राहत मिलेगी। उत्तरप्रदेश की शायरा ने एक टी वी चैनेल पर इस मुद्दे पर बहस में भाग लेते हुए कहा कि वह इस फैसले का स्वागत करती हैं क्योंकि अब नयी पीढी को अपने पतियों द्वारा किये जा रहे अत्याचार से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा कि उनके पति ने उन पर काफी अत्याचार किये और जब वह काफी बीमार रहने लगीं तो उन्होंने मुझे तीन तलाक दे दिया। उसके बाद मैं न्याय के लिए भटकती रही और अंत में मुझे न्याय मिला। उन्होंने कहा कि जब पति उन पर अत्याचार करते थे तो ससुराल वालों ने और रिश्तेदारों ने कोई मदद नहीं की। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में समाज के लोग भी मदद नहीं करते और इससे औरतों का संघर्ष बढ़ जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके मामले में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के लोगों ने भी उनकी कोई मदद नहीं की और वे भी आगे नहीं आये। श्रीमती बानाे ने कहा कि जब मेरी तबीयत बहुत ख़राब हुई तो मेरे पति ने मेरा इलाज नहीं करवाया बल्कि मुझे मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर छोड दिया और मेरे घरवालों को फ़ोन कर इसकी सूचना दी तब मेरे घर के लोग मुझे ले गए और मेरा इलाज करवाया ,उससे मैं ठीक हो पायी।
मंगलवार, 22 अगस्त 2017
नयी पीढ़ी को इस फैसले से काफी लाभ होगा: शायरा बानों
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