पटना 09 अगस्त, बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बच्चों में ‘वायु, जल और जमीन’ के महत्व की समझ विकसित करने को जरूरी बताते हुये आज कहा कि अगले वर्ष से राज्य के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में पृथ्वी दिवस का आयोजन किया जाएगा। श्री मोदी ने यहां ‘बिहार पृथ्वी दिवस’ पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि अगले वर्ष से राज्य के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में पृथ्वी दिवस का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मानना था कि यह पृथ्वी, वायु, जल और जमीन विरासत में नहीं बल्कि अपने बच्चों से कर्ज के रूप में मिला है, जिसे हमें उन्हें वापस करना है। उप मुख्यमंत्री ने कहा, “पृथ्वी को हमने मां के रूप में स्वीकार किया है। पौधा लगाना और एक मां की तरह उसकी रक्षा करना हम सब का दायित्व है। जल संरक्षण आज की जरूरत है। जल की बर्बादी से सभी को बचना चाहिए। प्रकृति से सामंजस्य बनाने की सीख भारतीय संस्कृति में काफी पहले से विद्यमान है। पहली रोटी गाय और आखिरी कुत्ते को देने तथा चींटी को भी बताशा खिलाने की हमारी परम्परा रही है। यह सृष्टि केवल मनुष्यों के लिए ही नहीं बल्कि समस्त जीव-जंतु और प्राणियों के लिए है। प्रकृति के अत्यधिक दोहन से ही आज कई संकट उत्पन्न हुए हैं।”
श्री मोदी ने कहा, “हमें तय करना होगा कि हम कैसी दुनिया चाहते हैं। हमें ‘थिंक ग्लोबली, एक्ट लोकली’ के तर्ज पर काम करने की जरूरत है। हम जहां रहते हैं वहां अपने आस-पास स्वच्छता रखना, जल और पानी को प्रदूषण से बचाना, नदी, तालाब, पोखर को गंदा होने से बचाना तथा अधिक से अधिक पौधे लगाना और पेड़ों की रक्षा करना हमारा दायित्व है।” उप मुख्यमंत्री ने लोगों से साइकिल का अधिक से अधिक इस्तेमाल करने की अपील करते हुये कहा कि अमेरिका जैसे देश में साइकिल चलाने के लिए अलग ट्रैक बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि कागज के उपयोग में भी सावधानी बरतने की जरूरत है। ए-4 साइज के 20 हजार पेज का यदि हम इस्तेमाल करते हैं तो इसके लिए एक पेड़ की बलि देनी होती है। उन्होंने कहा कि पृथ्वी को नहीं, अपने आप को बचाने के लिए प्रकृति के संरक्षण की जरूरत है। श्री मोदी ने 09 अगस्त के महत्व को रेखांकित करते हुये कहा, “आज से 75 वर्ष पहले 09 अगस्त 1942 के दिन ही महात्मा गांधी ने ‘अंग्रेजो भारत छोड़ों’ का नारा दिया था। इसी तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी आज से स्वच्छ भारत, भ्रष्टाचार मुक्त भारत का नारा दिया है।”
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