सृजन घोटाला: हिरासत में लिये गये तीन जिला सहकारिता पदाधिकारी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 19 अगस्त 2017

सृजन घोटाला: हिरासत में लिये गये तीन जिला सहकारिता पदाधिकारी

three-officer-arrested-srijan-scam
भागलपुर,19 अगस्त, बिहार के अरबों रुपये के बहुचर्चित सृजन घोटाले मामले में आर्थिक अपराध इकाई एवं विशेष जांच दल (एसआईटी) की संयुक्त टीम ने आज भागलपुर, बांका और सुपौल के जिला सहकारिता पदाधिकारियों को हिरासत में ले लिया। भागलपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने यहां बताया कि घोटाले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई एवं जिला पुलिस की टीम ने सुपौल के जिला सहकारिता पदाधिकारी पंकज कुमार झा को आज सुपौल से हिरासत में लिया गया है। इसके अलावा भागलपुर के सुभाष कुमार और बांका के जिला सहकारिता पदाधिकारी संजय कुमार मंडल को भी हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बताया कि सुपौल के जिला सहाकारिता पदाधिकारी श्री झा पूर्व में भागलपुर में भी पदस्थापित रहे हैं। हिरासत में लिये गये तीनों पदाधिकारियों से पूछताछ की जाएगी। श्री कुमार ने बताया कि पूछताछ के दौरान यदि उक्त पदाधिकारियों की संलिप्ता पायी जाएगी तो आगे की कार्रवाई होगी। वहीं हिरासत में लिए गए बैंक आँफ बड़ौदा के सहायक प्रबंधक अमित कुमार को पूछताछ के बाद कल रात जेल भेज दिया गया । वरीय पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में फरार सृजन की सचिव प्रिया कुमार एवं उसके पति अमित कुमार की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की एक विशेष टीम बेंगलुरू गयी है जबकि दूसरी टीम भागलपुर के जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी राजीव रंजन सिंह को पकड़ने के लिए पटना और अन्य ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक गिरफ्तार सभी आरोपियों के संपत्तियों के आकलन का काम आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने शुरू कर दिया है। 

कोई टिप्पणी नहीं: