गुजरात में चुनाव को लेकर डरे हुए हैं भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी : राहुल गांधी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 5 सितंबर 2017

गुजरात में चुनाव को लेकर डरे हुए हैं भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी : राहुल गांधी

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अहमदाबाद, 04 सितंबर, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज दावा किया कि गुजरात में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर 22 साल से राज्य में सत्तारूढ भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी डरे हुए हैं, श्री गांधी ने आज यहां साबरमती रिवरफ्रंट पर कांग्रेस के संवाद कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं के सवालों के जवाब देते हुए यह दावा किया। उन्होंने कहा, ‘इस बार अगर गुजरात में भाजपा को देखें, प्रधानमंत्री मोदी को देखें तो ये लगेगा कि ये लोग चुनाव से घबराये हुए हैं, डरे हुए हैं। क्योंकि सच्चाई बाहर आती है इसे छुपाया नहीं जा सकता।’ उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार से न तो किसानों को न युवाओं और न ही छोटे व्यापरियों को कोई फायदा हुआ है बल्कि केवल श्री मोदी के समर्थक 5-10 बडे उद्योगपतियों को ही फायदा हुआ है। यह सब इस बार चुनाव में साफ हो जायेगा। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मीडिया पर पूरी तरह श्री मोदी के कथित समर्थक पांच छह पूंजीपतियों का दबाव होने का आरोप लगाया और कहा कि कुछ लोग जो दबाव में नहीं हैं उन्हें तानाशाही वाले अंदाज में दबाया डराया जा रहा है। पर किसानों, युवाओं और छोटे व्यापारियों को अपनी आवाज सामने लाने के लिए मीडिया की जरूरत नहीं। इसके अलावा अब सोशल मीडिया का विकल्प भी मौजूद है। लोगों को अब गुजरात मॉडल का खोखलापन दिख गया है, इस बार कांग्रेस को गुजरात में सरकार बनाने से कोई नहीं रोक सकता। इससे पहले एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि कांग्रेस अंतिम समय में पार्टी में आने वाले लोगों अथवा बाहुबली लोगों को पैराशूट सिस्टम की तर्ज पर टिकट नहीं दिया जायेगा केवल भाजपा और आरएसएस की विचारधारा से लडने वाले समर्पित कार्यकर्ताओं को ही टिकट मिलेंगे। जल्द ही टिकट की घोषणा होगी। पार्टी सरकार बनने पर अन्य कार्यकर्ताओं को भी सरकार में जगह देगी। अगर बडे से बडा पार्टी नेता पार्टी विरोधी काम करेगा तो उसे पार्टी में नहीं रहने दिया जायेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री मोदी पर चुनींदा उद्योगपतियों के लिए काम करने तथा छोटे मझौले व्यापारियों और किसानों की उपेक्षा का अारोप दोहराते हुए कहा कि उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री के तौर पर गुजरात के साणंद में टाटा नैनो संयंत्र के लिए 60 हजार करोड का लाभ दे दिया जबकि राज्य में किसानों पर मात्र 36 हजार करोड का कर्ज है। नैनो अब दिखती भी नहीं है अगर उक्त रकम उद्यमिता की भावना वाले गुजरात के दो तीन हजार छोटे उद्यमियों को दी जाती तो बडे पैमाने पर रोजगार पैदा होते। श्री गांधी ने दोहराया कि श्री मोदी के नोटबंदी के चलते छोटे और मझौले उद्योगों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है और इसके चलते ही जीडीपी में करीब दो प्रतिशत की गिरावट दिख रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का जीएसटी भी कांग्रेस के जीएसटी से अलग है और इसे जल्दबाजी में लागू किया गया। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार बनेगी तो यह आदिवासियों तथा दलितों और अन्य वर्गों की समस्याओं और उनके जमीन सबंधी मुद्दों को सुलझायेगी। उन्होंने बेरोजगारी और शिक्षा प्रणाली की विफलता को भी प्रमुख मुद्दा बताया। उन्होंने कहा कि मेड इन इंडिया को सफल बनाने के लिए तथा चीन से मुकाबले के लिए चुने हुए बडे उद्याेगपतियों की बजाय लाखों छोटे और मझौले उद्योगों को मदद करना होगा ताकि वह वहां के सस्ते उत्पादन का विकल्प तैयार कर सकें। गुजरात पूरे देश को रास्ता दिखा सकता है। भाजपा ने दो दशक में गुजरात में चुने हुए बडे उद्योगपतियों की मदद की है लेकिन कांग्रेस सत्ता में आने पर छोटे और मझौले उद्योगों को आगे बढाने पर ध्यान केंद्रित करेगी। कांग्रेस स्वास्थ्य व्यवस्था को भी दुरूस्त करेगी।

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