उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी पर राजद ने नीतीश से की इस्तीफे की मांग - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 12 सितंबर 2017

उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी पर राजद ने नीतीश से की इस्तीफे की मांग

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पटना 11 सितम्बर, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनावी हलफनामे में तथ्य छुपाने को लेकर अयोग्य ठहराये जाने संबंधी याचिका पर आज उच्चतम न्यायालय के चुनाव आयोग से जवाब तलब किये जाने पर उनसे इस्तीफे की मांग की। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उच्चतम न्यायालय ने इस मामले में संज्ञान लिया है । इस मामले में अदालत ने चुनाव आयोग को नोटिस जारी करके पूछा कि आखिर क्यों न श्री कुमार की विधान परिषद की सदस्यता समाप्त कर दी जाये। न्यायालय ने जवाब के लिए चार हफ्ते का समय दिया है। श्री सिंह ने कहा कि श्री कुमार ने अपने चुनावी दस्तावेजों में उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज होने की जानकारी नहीं दी थी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 और 2012 में चुनावी दस्तावेज जमा करते समय श्री कुमार ने आपराधिक जानकारी छुपाई थी जो अपराध है । उन्होंने कहा कि श्री कुमार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की बात तो करते हैं लेकिन जब अपने ऊपर इसे लागू करना होता है तो उसमें वह दोहरा मापदंड अपनाते हैं। राजद उपाध्यक्ष ने कहा कि तत्कालीन उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के खिलाफ केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के प्राथमिकी दर्ज किये जाने पर ही श्री कुमार ने महागठबंधन तोड़ दिया था। नैतिकता की दुहाई देने वाले श्री कुमार को उच्चतम न्यायालय के आयोग से रिपोर्ट मांगे जाने पर उन्हें पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं रह गया है । 


श्री सिंह ने कहा कि सृजन घोटाले को लेकर पार्टी की कल भागलपुर में हुयी सभा में भीषण गर्मी के बावजूद अपार भीड़ जुटी थी। सरकार का पैसा गैर सरकारी लोगों के पास कैसे चला गया, इसका जवाब प्रदेश की जनता जानना चाह रही है । उन्होंने कहा कि कई हजार करोड़ रुपये का सृजन घोटाला हुआ है । राजद उपाध्यक्ष ने कहा कि वह पहले से ही कहते रहे हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कभी भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की गोद में जाकर बैठ सकते हैं तब इसपर जनता दल यूनाइटेड(जदयू) के प्रवक्ता उनकी उम्र का भी ख्याल नहीं करते थे और अशोभनीय टिप्पणी करने से बाज नहीं आते थे। श्री सिंह ने कहा कि जदयू के पांच प्रवक्ता, जो महागठबंधन सरकार के समय उनके खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी कर रहे थे वही प्रवक्ता उस समय भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी पर भी अभद्र टिप्पणी करने से बाज नहीं आते थे। उस वक्त श्री कुमार की नैतिकता कहां चली गयी थी । उन्होंने कहा कि उनकी कही बातें सही साबित हुयी। जिसने डीएनए में खराबी की बात कही आज उसी के पास श्री कुमार चले गये। 

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