नयी दिल्ली 25 सितम्बर, सेना प्रमुख जनरल रावत ने सीमा पार से घुसपैठ पर कडा रूख अपनाते हुए आज कहा कि जरूरत पडने पर सर्जिकल स्ट्राइक दोबारा की जायेगी और सेना घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों को जमीन के ढाई फुट नीचे गाडती रहेगी। पिछले वर्ष सितम्बर में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक पर पत्रकार राहुल सिंह और शिव अरूर की पुस्तक ‘‘इंडियाज मोस्ट फियरलेस ” के विमाेचन के मौके पर जनरल रावत ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक से सीमापार उसी तरह का संदेश गया है जैसा हम चाहते थे। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर सर्जिकल स्ट्राइक दोबारा की जायेगी। बाद में सवालों के जवाब में उन्होंने कहा ,“ हमें पता है कि सीमा पार आतंकवादियों के ठिकाने हैं और घुसपैठ जारी रहेगी। हम उनका स्वागत करते रहेंगे और आतंकवादियों को जमीन के ढाई फुट नीचे गाडते रहेंगे। ” यह पूछे जाने पर कि सीमा पार से घुसपैठ रूक तो नहीं रही है तो सेना इससे किस तरह निपटेगी और सेना इससे निपटने के लिए कितनी तैयार है , उन्होंने कहा , “ हम पर भरोस रखिये”। सेना प्रमुख ने कहा कि सेना किसी भी जगह और कभी भी किसी भी तरह के मिशन को अंजाम देने के लिए पूरी तरह तैयार है। पूर्व सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने भी कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक से देश में सेना और विदशों में भारत का मान बढा है। उल्लेखनीय है कि जम्मू कश्मीर के उरी में सेना के शिविर पर आतंकवादी हमले के बाद जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक की थी तो उस समय सेना की कमान जनरल सुहाग के हाथ में ही थी। इस पुस्तक में तीनों सेनाओं के रणबांकुरों की बहादुरी की गाथा के साथ साथ विशेष रूप से सर्जिकल स्ट्राइक की पूरी दास्तान विस्तार से कही गयी है।
मंगलवार, 26 सितंबर 2017
आतंकवादियों को जमीन के ढाई फुट नीचे गाडते रहेंगे : जनरल रावत
Tags
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
Labels:
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें