पटना 5 दिसंबर 2017, भाकपा-माले ने कहा है कि बाबरी मस्जिद की शहादत की बरसी पर बजरंग दल व हिंदूवादी सांप्रदायिक ताकतों द्वारा शोभायात्रा निकालने वाली हैं, इसे प्रशासन को अविलंब प्रतिबंध कर देना चाहिए. यह तब और जरूरी हो जाता है, जब राजधानी पटना की नाक के ठीक नीचे फुलवारीशरीफ में पिछले तीन दिनों से लगातार बजरंग दल द्वारा सांप्रदायिक उन्माद का माहौल बनाकर रखा गया है. आज फुलवारी में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग पूरी तरह भय के माहौल में हैं और जिला प्रशासन उन्हें सुरक्षा प्रदान करने में असमर्थ दिख रही है. भाकपा-माले ने कहा है कि फुलवारी में 3 दिसंबर को बजरंग दल ने बड़े सुनियाजित तरीके से दंगा-फसाद खड़ा कर उसको गांव तक विस्तार देने की कोशिश की. गांवों में कई जगहों पर मुस्लिम समुदाय के लोगों की दुकानें लूट ली गयीं और उन्हें काफी क्षति पहुंचाई गयी. जब फुलवारी में इस प्रकार की स्थिति है, तो प्रशासन बजरंग दल को शौर्य दिवस मनाने की छूट क्यों दे रहा है, जबकि भाकपा-माले को उसने शांति मार्च भी आयोजित नहीं करने दिया था. बजरंग दल द्वारा उसरी बाजार से शौर्य दिवस शोभायात्रा निकालने की योजना है. इसमें पूरी आशंका है कि इसकी आड़ में अल्पसंख्यक समुदाय के ऊपर फिर से हमले किए जाएंगे. इसलिए इस यात्रा को अविलंब प्रतिबंधित किया जाए और फुलवारी सहित राजधानी के अन्य हिस्सों में सांप्रदायिक सौहार्द का माहौल कायम किया जाए.
मंगलवार, 5 दिसंबर 2017
बजरंग दल द्वारा आयोजित शौर्य दिवस पर रोक लगाए प्रशासन : माले
Tags
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
Labels:
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें