मोदी ने विरोध के लिए पत्र लिखने वाले ईसाई धर्मगुरू पर किया तंज - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 4 दिसंबर 2017

मोदी ने विरोध के लिए पत्र लिखने वाले ईसाई धर्मगुरू पर किया तंज

modi-nationalist-elements-christian-monks
अहमदाबाद, 03 दिसंबर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात चुनाव के दौरान ईसाई समुदाय को राष्ट्रवादी ताकतों को हराने के लिए पत्र जारी करने वाले गांधीनगर के आर्चबिशप फादर थॉमस मैक्वॉन का नाम लिये बिना आज इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। श्री मोदी ने यहां स्वामीनारायण संप्रदाय के जोगीस्वामी एसजीवीपी होलिस्टिक अस्पताल, जहां आयुर्वेद, एलोपैथी और योग तीनों के मिश्रण से इलाज होगा, के लोकार्पण के मौके पर अपने संबोधन में फादर मैक्वॉन का नाम लिये बिना कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज धर्मगुरू राष्ट्रभक्त लोगों के खिलाफ फतवा जारी कर रहे हैं।  उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी देशभक्ति के संस्कारों के चलते ही बिना धर्म जाति का भेदभाव देखे आतंकियों के चंगुल से दो ईसाई पादरियों को और इराक में आतंकियों के कब्जे में आयी ईसाई धर्मावलंबी नर्सो को बचा कर वापस उनके परिजनों तक पहुंचाया। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पाकिस्तान के लोगों के ट्विटर पर आग्रह पर ही उन्हें इलाज के लिए वीजा दिला देती हैं। श्री मोदी ने ऐसे कई और उदाहरण भी दिये और कहा कि राष्ट्रभक्ति से धर्म, संप्रदाय, जाति और भाषा की संकीर्णता से ऊपर उठ कर अपने देश के लिए काम करने की प्रेरणा मिलती है। ज्ञातव्य है कि गुजरात में इसी माह हो रहे विधानसभा चुनाव से पहले फादर मैक्वॉन का पत्र पिछले माह सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद चुनाव आयोग के निर्देश पर उन्हें नोटिस जारी कर उनसे जवाब तलब किया गया था।

कोई टिप्पणी नहीं: