कभी राजनीति वोट के लिए नहीं करनी चाहिए : नीतीश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 24 जनवरी 2018

कभी राजनीति वोट के लिए नहीं करनी चाहिए : नीतीश

no-politics-for-vote-nitish
पटना, 24 जनवरी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि कभी राजनीति वोट के लिए नहीं करनी चाहिए और विकास के साथ समाज कल्याण का काम करने का वोट का कोई लेना देना नहीं है। यहां जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती समारोह को संबोधित करते हुए नीतीश ने आज कल कुछ लोग ट्वीट में जिन शब्दों का प्रयोग करते है, उसका अर्थ भी जानते है या नहीं, यह कहना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन जिसके लिए बना था, वह काम हम उस समय भी कर रहे थे और आज भी कर रहे हैं क्योकि एक सीमा के आगे समझौता नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि बिहार में चाहे कानून का राज कायम करने की बात हो या बुनियादी ढांचे का विकास, पुल-पुलिया निर्माण की बात हो या सड़क निर्माण, हर क्षेत्र में हमने विकास का काम किया है। इसके अलावा समाज कल्याण का काम भी किया गया है। उन्होंने कहा कि 1977 और 1980 में हम चुनाव हारे थे, उसके बाद से चुनाव जीतते रहे हैं। नीतीश ने कहा कि कभी राजनीति वोट के लिए नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद का नाम लिये बिना कहा कि कुछ लोगों की आदत है कि जब उन्हें सत्ता हासिल होती है, तब वह धनार्जन करते हैं और ताकत अर्जित करते हैं लेकिन हमारा मानना है कि जब जनता हमें मौका देती है तो हमें सेवा करनी चाहिए और हम लोगों की सेवा निरंतर करने में जुटे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे बिहार में हमने शराबबंदी लागू की लेकिन जो कुछ चंद धंधेबाज हैं, उन्हें यह निर्णय अच्छा नहीं लगता और अब दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ जो सशक्त अभियान पूरे बिहार में चल रहा है, वह भी दहेज लेने वालों को अच्छा नहीं लगेगा। बक्सर के नंदन गांव की घटना का जिक्र करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव में लोगों को भड़का ही दिया, जिसके कारण पत्थरों की बौछार शुरू हो गई। हमने महिलाओं को नारेबाजी करते देखा तो सोचा कि उनसे मिल लें लेकिन इसके पहले ही पत्थरों की बरसात शुरू हो गई। नीतीश ने कहा कि बहुत लोग भटक जाते हैं और आपको भटकाने के लिए बहुत लोग सक्रिय रहेंगे लेकिन जो लोग कर्पूरी जी को मानते हैं, वे हमेशा सही राह ही चुनेंगे, वैसे लोग कभी नहीं भटकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से विभूषित किया जाये। इसके लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा गया है और इसे फिर से भेजा जाएगा।

कोई टिप्पणी नहीं: