मंगल पर चट्टान पर धारियों से पानी के संकेत - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 19 फ़रवरी 2018

मंगल पर चट्टान पर धारियों से पानी के संकेत

water-stripes-found-on-the-rock-on-mars
वाशिंगटन 18 फरवरी, नासा का मार्स रोवर अपाच्र्युनिटी ने इस सप्ताह 'चट्टान पर धारियों' का पता लगाया है, जिससे लाल ग्रह पर पानी, हवा व अन्य प्रक्रियाओं के होने के संकेत मिलते हैं। इस रोवर को मंगल पर 5,000 दिन हो चुके हैं। नासा ने इस हफ्ते एक बयान में कहा कि रोवर से मिले हालिया चित्रों में जमीन की बनावट में कुछ पर्वत की ढलानों पर बहुत ही विशेष तरह की पत्थर पर धुंधली धारियां दिखी हैं, जमीन पर यह नम मिट्टी के बार-बार जमने व टूटने के चक्र के दोहराए जाने के परिणाम स्वरूप बनती हैं। बयान में कहा गया है कि लेकिन यह हवा, ढलान से किसी चीज के आने-जाने या दूसरी प्रक्रियाओं के संयोजन के कारण भी हो सकती है। सेंट लुईस में वाशिंगटन विश्वविद्यालय के अपाच्र्युनिटी के उप मुख्य अनुसंधानकर्ता रे अरविडसन ने कहा, "यह रहस्यमय है। यह रोमांचक है। मेरा मानना है कि जो भी हमें जानकारी प्राप्त होगी, उससे हमें इसे समझने में मदद मिलेगी।" अपाच्र्युनिटी को मंगल पर जनवरी 2004 में उतारा गया था। यह वर्तमान में एक चैनल 'प्रिजर्वेश वैली' की जांच कर रहा है।

कोई टिप्पणी नहीं: