नयी दिल्ली 29 मार्च, प्रख्यात समाजसेवी अन्ना हजारे ने लोकपाल की नियुक्ति और किसानों की समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर एक सप्ताह पहले यहां शुरू किया गया अपना अनशन सरकार से लिखित आश्वासन मिलने के बाद आज समाप्त कर दिया। अन्ना ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस के हाथों जूस पीकर अपना अनशन तोड़ा। इस मौके पर केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह द्वारा लिखी गयी चिट्ठी पढी जिसमें अन्ना की सभी 11 मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया गया है। अन्ना के सहयोगी जयकांत मिश्रा ने बताया कि अन्ना ने सरकार के आश्वासनों को स्वीकार करते हुए अनशन तोड़ने का फैसला किया।
शुक्रवार, 30 मार्च 2018
सरकार के आश्वासन के बाद अन्ना ने तोड़ा अनशन
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