बिहार : एससी-एसटी कानून में संशोधन के खिलाफ भारत बंद को माले का समर्थन. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 1 अप्रैल 2018

बिहार : एससी-एसटी कानून में संशोधन के खिलाफ भारत बंद को माले का समर्थन.

  • बिहार में सांप्रदायिक उन्माद-उत्पात की बढ़ती घटनायें बेहद चिंताजनक.

cpi-ml-support-sc-st-law-protest
पटना 1 अप्रैल 2018, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि एससी-एसटी (अत्याचार निरोधक) कानून को संशोधित कर कमजारे करने की कोशिशों की हमारी पार्टी कड़ी निंदा करती है और इसे वापस लेने की मांग करती है. इस मसले पर 2 अप्रैल को आहूत भारत बंद का हमारा सक्रिय समर्थन है. पूरे राज्य में हमारी पार्टी के कार्यकर्ता बंद के समर्थन में सड़क पर उतरेंगे और मार्च का आयोजन करेंगे. राजधानी पटना में कारगिल चैक पर 12 बजे प्रतिरोध मार्च आयोजित किया जाएगा. इस मसले पर कल भाकपा-माले विधायक विधानसभा के अंदर भी प्रदर्शन करेंगे. मोदी सरकार के इस कदम से स्पष्ट हो गया है कि भाजपा सरकार पूरी तरह दलित विरोधी है. माले राज्य सचिव ने आगे कहा कि रामनवमी के मौके पर राज्य में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ नफरत व हिंसा इस बार व्यापक पैमाने पर फैलाई गई. कई इलाकों में सांप्रदायिक उन्माद-उत्पात की ताकतों ने जमकर फसाद खड़ा किया. मुस्लिम समुदाय के लोगांें की दुकानें लूट ली गईं और प्रशासन की आंखों के सामने शहर जलते रहे. हालिया दंगों का पैटर्न बताता है कि पर्व-त्योहारों की आड़ में भाजपा व आरएसएस पूरे राज्य में आतंक फैला रही है और नीतीश कुमार ने फासीवादियों के सामने पूरी तरह घुटने टेक दिए हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक 2018 के जनवरी महीने में (महज एक महीने में) में राज्य में 614 दंगे हुए हैं. यह बेहद चिंताजनक स्थिति है. उन्होंने नीतीश कुमार से दंगाइयों-बलवाइयों पर लगाम लगाने की मांग की है.

कोई टिप्पणी नहीं: