दरभंगा : LNMU में चार दिवसीय विजन 2030 कार्यशाला संपन्न - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 8 अप्रैल 2018

दरभंगा : LNMU में चार दिवसीय विजन 2030 कार्यशाला संपन्न

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दरभंगा (आर्यावर्त डेस्क) 07 अप्रैल,  : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के वााणिज्य एवं व्यवसायिक प्रबंधन विभाग के सभागार में प्रतिकुलपति प्रो. जयगोपाल की अध्यक्षता में विगत चार दिनों से चल रहे. विजन 2030 के द्वितीय चक्र के चौथे यानी अन्तिम दिन विश्वविद्यालय के स्ववित्तपोषित योजनान्तर्गत चल रहे विभागों के विभागाध्यक्षों, निदेशकों द्वारा अपने-अपने विभागों के सन् 2030 तक की योजनाओं का पावर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन दिया गया. प्रस्तुतीकरण के आरम्भ में बायोटेक्नोलॉजी के निदेशक प्रो. इन्द्रनाथ मिश्रा ने विभाग की स्थापना काल से उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बायोइनफोरमेटिक्स, स्टेम सेल थेराप्यूटिक्स तथा बायो हर्बल मेडिसीन में पी.जी. सर्टिफिकेट कोर्स आरम्भ करने के साथ एन्टी हाइपोग्लेसीमिया हेतु मेडीसिनल प्लानट पर शोध करने की योजना बनायी है. दूरस्थ शिक्षा निदेशालय की योजना पर प्रकाश डालते हुए निदेशालय के उप निदेशक डॉ. विजय कुमार ने बताया कि निदेशालय विज्ञान के विषयों में स्नातकोत्तर की पढ़ाई, ह्यूमेन राईट, गॉधियन थॉट्स, टूरिज्म मैनेजमेंट, बिजनेस मैनेजमेंट तथा पंचायती राज विषयों पर सर्टिफिकेट कोर्स चलाने की योजना बनायी है. प्रबन्धन विभाग के प्रेजेन्टेसन प्रस्तुत करने के क्रम में निदेशक डॉ. बी. बी. एल. दास ने मैनेजमेंट को स्वतंत्र विभाग के रूप में अस्तित्व में लाने की योजना पर बल देते हुए पांच वर्षीय समेकित कोर्स चलाने की योजना तथा रूरल मैनेजमेंट को स्पेशल पेपर में जोड़ने की योजना बनाई है. योगिक साइंस विषय का प्रेजेन्टेशन के क्रम में दर्शन शास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रो. मनोज कुमार झा ने बताया यह कोर्स विभाग के अधीन सीमित संसाधन एवं वगैर आधारभूत संरचना के चल रहा है. जिसे पूरा करने की आवश्यकता है. विमेन्स इन्स्टीट्युट आफ टेक्नोलॉजी के निदेशक प्रो. एम. नेहाल ने संस्थान के क्रमिक विकास की रूप-रेखा प्रस्तुत करते हुए इलेक्ट्रिकल इलेक्ट्रानिक, बायो इन्फोर्मेटिक्स, इलेक्ट्रानिक एण्ड कम्युनिकेशन, फैसन टेक्नोलॉजी में बी॰टेक॰की पढाई, पायथान, एन्ड्राइड एप्लीकेसन, मैटलैब पर वर्कसाप आयोजित करने के साथ आइ. टी. में पी-एच. डी कोर्स चलाने की योजना पर प्रकाश डाला. गृह विज्ञान एवं विमेन स्टडी विभाग के समन्वयक डॉ. चित्रलेखा अंशु ने विभाग में विमेन स्टडी में स्नातकोत्तर की पढ़ाई, टेक्सटाईल, फैमिली वेलफेयर में डिप्लोमा कोर्स तथा मैथिली फोक सॉग, दलित विमेन पर रिसर्च प्रोजेक्ट, मुस्कान, किलकारी जागो बहना हेतु एम. ओ. यू. प्राप्त करने की योजना प्रस्तुत की. अंग्रेजी विभाग में क्लास रूम की कमी, ट्वाइलेट एवं सैनिटेसन की आवश्यकता पर जोड़ देते हुए विभागाध्यक्षा प्रो. अरुणिमा सिंहा ने स्पोकेन इंगलिस एवं पर्सनेलिटी डिभलपमेन्ट में सर्टिफिकेट कोर्स चलाने की योजना बनायी है. कार्यक्म के दौरान सभी विभागों के शिक्षक उपस्थित थे. अन्त में अपने सम्बोधन में प्रति कुलपति प्रो. जयगोपाल ने सभी प्रेजेन्टेसनों पर संतोष ब्यक्त करते हुए कतिपय त्रुटियों की ओर ध्यान आकर्षित किया. उन्होंने दोनों चक्रों में हुए सभी प्रेजेन्टेशनों के पावर प्वाइन्ट को विकास पदाधिकारी के मेल पर भेजने का आग्रह विभागाध्यक्षों से किया. कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय के आइ. क्यू. ए. सी. के कार्डिनेटर प्रो. रतन कुमार चौधरी ने किया.

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