नेपाल एवं पंतनगर साथ-साथ चलें: के पी शर्मा ओली - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 9 अप्रैल 2018

नेपाल एवं पंतनगर साथ-साथ चलें: के पी शर्मा ओली

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पंतनगर 08 अप्रैल, नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने आज उत्तराखंड के पन्तनगर कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित विशेष दीक्षांत समारोह में कहा कि पंत नगर कृषि विश्वविद्यालय ने कृषि के आधुनिकीकरण एवं देश में कृषि क्रांति लाने का जो कार्य किया है उसे देखकर मेरी इच्छा है कि नेपाल एवं पंतनगर विश्वविद्यालय साथ-साथ चलें। श्री ओली ने यहां विश्वविद्यालय आडिटोरियम, गांधी हाल, में आयोजित दीक्षांत समारोह के दौरान यह बात कही। दीक्षांत समारोह के दौरान प्रदेश के राज्यपाल एवं कुलाधिपति डाॅ. के. के. पाॅल ने श्री ओली को विज्ञान वारिधि की मानद उपाधि प्रदान की। इस अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल तथा पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ए.के. मिश्रा भी उपस्थित थे। मानद उपाधि प्राप्त करने के बाद श्री ओली ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारत और नेपाल दोनों कृषि प्रधान देश हैं। नेपाल में दो-तिहाई जनसंख्या कृषि पर आधारित है लेकिन कृषि का देश की आर्थिकी में केवल एक-तिहाई योगदान है क्योंकि हम अपने कृषि में आधुनिकीकरण एवं यांत्रिकीकरण नहीं कर पाये हैं। उन्होंने कहा कि नेपाल में दो कृषि विश्वविद्यालय स्थापित किये गये है, लेकिन वे अभी प्रारम्भिक अवस्था में हैं, जिनको मजबूती प्रदान करने हेतु पंतनगर विश्वविद्यालय का सहयोग लेना होगा तथा नेपाल भारत सरकार एवं पंतनगर विश्वविद्यालय के साथ मिलकर शोध एवं संकाय सदस्यों तथा विशेषज्ञों के आदान-प्रदान को बढ़ाना होगा। 

श्री ओली ने यह भी कहा कि नेपाल सरकार एवं वहां के लोग भारत के साथ मिलकर गरीबी दूर करने एवं एक दूसरे की जनता को खुशहाल बनाने के लिए काम करेंगे। पंतनगर विश्वविद्यालय के बीज उत्पादन की सराहना करते हुए उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियाें की प्रशंसा की। डाॅ. पाॅल ने कहा कि नेपाल एवं उत्तराखंड इतिहास, संस्कृति, व्यापार के साथ-साथ अन्य बहुत सी समानताएं रखते हैं तथा हमारा व्यक्ति से व्यक्ति सम्बन्ध काफी पुराना है। उन्होंने कहा कि हमारी चुनौतियां भी एक जैसी है तथा दोनों मिलकर अपने लोगों की बेहतरी, वातावरण सुरक्षा एवं प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा के लिए काम कर सकते हैं। कृषि के क्षेत्र में पंतनगर विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में बताने के साथ-साथ उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा उच्च गुणवत्तायुक्त अधिक उत्पादक प्रजातियों के बीज और रोपण सामग्री का उत्पादन कर किसानों के बीच में एक विश्वसनीय ‘ब्रांड नाम’ स्थापित करने के बारे में बताया। उन्होंने कहा दोनों देशाें के बीच तकनीकी सहयोग से किसान समाज को लाभ होगा एवं उनके खुशहाल भविष्य को सुरक्षित करेगा। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड एवं नेपाल के गर्भनाल जैसे संबंध है तथा हमारा खान-पान, रहन-सहन, रिश्ते-नाते जुड़े हुए है। हम भौतिक एवं मानसिक रूप से भी एक-दूसरे के नजदीक हैं। उन्होंने कहा कि यह सुखद संयोग है कि देश का विख्यात पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय नेपाल के इतने पास स्थित है। उन्होंने कहा कि पंतनगर विश्वविद्यालय नेपाल सरकार के साथ मिलकर औद्यानिकी व औषधीय फसलों के क्षेत्रों में कार्य कर सकता है। श्री रावत ने पंतनगर विश्वविद्यालय को देश स्तर पर दो बार और उत्तराखंड स्तर पर लगातार तीन बार सर्वोत्तम विश्वविद्यालय के रूप में सम्मानित किये जाने के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि भविष्य में नेपाल और उत्तराखंड के बीच संचार सुविधायें बढ़ाये जाने की आवश्यकता है, जिसमें मुख्य रूप से काठमांडू से देहरादून के लिए हवाई सेवायें प्रारम्भ किया जाना है, जिससे कृषि एवं अन्य क्षेत्रों को लाभान्वित किया जा सकेगा। इस अवसर पर क्षेत्रीय सांसद भगत सिंह कोश्यारी, जिला पंचायत अध्यक्ष ईश्वरी प्रसाद गंगवार, विधायक राजेश शुक्ला, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, मण्डलायुक्त कुमायूं चन्द्रशेखर भट्ट, अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था अशोक कुमार, कुमाऊं पुलिस महानिरीक्षक पूरन रावत, जिलाधिकारी डाॅ नीरज खैरवाल, कुलपति प्रो. ए.के मिश्रा के अलावा विश्वविद्यालय की प्रबन्ध परिषद् एवं विद्वत परिषद् के सदस्यों के साथ-साथ विश्वविद्यालय के महाविद्यालयों के संकाय सदस्य, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी तथा प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

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