दानापुर. आज पांच दिनों के बाद बैंक खुली. इसके कारण उपभोक्ताओं की काफी भीड़.बैंक काफी कम जगह.कई एसी संचालित है पर भीड़ के कारण असर से बेअसर. इस तरह की कुव्यवस्था के शिकार बुर्जुग हो गया. उसका दम फूलने लगा और वह मुर्च्छित हो गया.उसे हॉस्पिटल लिया गया.ले जाते वक्त ही राह में दम तोड़ दिया. ड्यूटि पर तैनात पुलिसकर्मियों ने पुष्टि की है. दानापुर अनुमंडल में है भारतीय स्टेट बैंक. लगातार पांच दिनों के अवकाश के बाद 3 अप्रैल को बैंक खुली. खासपुर में रहने वाले एक बुर्जुग पेंशन की राशि निकासी के लिये 29 मार्च से 2 अप्रैल तक इंतजार करते रहे. और वह पेंशन की राशि नहीं निकाल सका. आज बैंक खुलने की बात सुनकर खासपुर से टेम्पों पकड़कर दानापुर बस पड़ाव आ गये. बस पड़ाव से पैदल चलकर बैंक में पहुंच गये. यहां पर लेन-देन का कृत्य प्रथम खंड पर नहीं होता है.उपभोक्ताओं को कार्य निष्पादन करवाने लिये ऊपरी खंड में जाना ही पड़ता है. ऊपरी तल्ला पहुंचने में बुर्जुग और दिव्यांगों को सीढ़ी चढ़ने में काफी दिक्कत होती है. इसमें सुधार लाने की जरूरत है.
मंगलवार, 3 अप्रैल 2018
बिहार : और वह पेंशन की राशि नहीं निकाल सका
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